वृंदा हर्बल पार्क में औषधीय वृक्षों एवं विभिन्न प्रजातियों के फल तथा धार्मिक वृक्ष बने आकर्षण का केंद्र

भास्कर समाचार सेवा

इटावा/लखना। एशिया के प्रथम विकासखंड महेवा के ठीक दक्षिण में लगभग 1 किलोमीटर दूर बसे बड़ा गांव का वृंदा हर्बल पार्क आजकल विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। जिसे देखने न केवल जनपद इटावा के ही लोग आते हैं बल्कि पास पड़ोस के जनपदों सहित अन्य प्रांतों के लोग भी इसकी ख्याति सुनकर इसे देखने आते हैं।
लगभग 3 एकड़ से अधिक क्षेत्रफल में बने इस पार्क में 1000 से भी अधिक किस्म के औषधीय वृक्ष लगाए गए हैं। जिनमें विभिन्न प्रकार की तुलसी, रामफल ,लक्ष्मण फल, हनुमान फल, लॉन्ग, दालचीनी, चिरायता ,हाथ जोड़ मौलश्री, रतन ज्योति, मल्टी विटामिन, मिस्वाक, सुदर्शन, इन्सुलिन प्लांट, मीठा नीम, बड़ी इलायची, लाल चंदन, सफेद चंदन सहित सहित सैकड़ों सम्मिलित हैं। इसी प्रकार फलों में काला आम, आम्रपाली आम, एग फूट, नाशपाती, स्ट्रॉबेरी, मक्खन फल, मलाई एप्पल, नाशपाती, संतरा, अंगूर, अनार, आलू बुखारा, चीकू, नाशपाती, स्ट्रॉबेरी मिरकल ए वेरी, बादाम, कृष्ण कमल, रेड फ्लैग, मक्खन फल, स्वर्ण चंपा, केथा शरीफा, मियां जा की आम, नारियल तथा अमरूद की कई प्रजातियां प्रमुख रूप से शामिल हैं। इसी तरह धार्मिक वृक्षों में पारिजात, पारस, पीपल, कल्पवृक्ष, मनोकामना वृक्ष प्रमुख रूप से सम्मिलित हैं। पार्क में बने एक्यूप्रेशर रोड पर चलने से ब्लड प्रेशर डायबिटीज तथा इम्यूनिटी सिस्टम दुरुस्त करने वाला रोड भी बनाया गया है। बच्चों के मनोरंजन के लिए एवं विभिन्न प्रकार की खेल उपकरण भी लगाए गए हैं। जानवरों में खरगोश और सफेद कबूतर जैसे पक्षी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। रात में रोशनी की इतनी खूबसूरत व्यवस्था की गई है कि फुव्वारा की रंगीन रोशनी से पूरा पार्क झिलमिला उठता है। आज इसकी खूबसूरती निहारने के लिए हजारों की संख्या में दर्शक प्रतिदिन पहुंच रहे हैं। पार्क की व्यवस्था लालमन दुबे देख रहे हैं। साथ ही वृक्षों की देखभाल का जिम्मा अमित सिंह भदोरिया संभाले हुए हैं। एक भेंटवार्ता में पार्क के संस्थापक विजय प्रताप सिंह सेंगर ने बताया कि उनका बचपन से ही है स्वप्न रहा है कि वह इन औषधीय वृक्षों को लगाकर यहां एक आयुर्वेदिक औषधि रिसर्च सेंटर खोलने का सपना संजोए हुए हैं। आगे भी वह औषधीय वृक्षों को विभिन्न प्रदेशों से लाकर लगाना चाहते हैं। उन्हें जहां भी औषधि वृक्षों की जानकारी होती है वह वहां से स्वयं जाकर औषधीय वृक्ष लाकर इस पार्क में लगवाते हैं। उनका यह भी सपना है कि वह आगे और जमीन खरीद कर इस पार्क का विस्तारीकरण करेंगे ताकि आने वाले दिनों में इस पार्क की खूबसूरती में चार चांद लग सके। पार्क के उत्तर दिशा में स्थित विशाल तालाब में वह वोटिंग की भी व्यवस्था करने के बारे में सोच रहे हैं। पाक की ख्याति का अंदाजा इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि जनपद के सांसद और विधायकों के अलावा दूसरे जनपदों के सांसद विधायक और अधिकारी गण इस पार्क के अवलोकन के लिए समय-समय पर आते रहते हैं। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उत्तर प्रदेश की इटावा इकाई के जिलाध्यक्ष स्वामी शरण श्रीवास्तव द्वारा स्वयं जब इस औषधि पार्क का गहनता पूर्वक अवलोकन किया गया तो देखा कि वास्तव में पार्क की खूबसूरती बेमिसाल है और यहां औषधि वृक्षों की भरमार है।

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