लियाकत मंसूरी
मेरठ। नवजात शिशु मृत्यु दर पर अंकुश लगाने के लिए प्रदेश सरकार पूरी तरह गंभीर है। मेरठ समेत प्रदेश के 75 जिलों के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) पर एमएनसीयू (मदर न्यू बोर्न केयर यूनिट) बनायी जाएगी। मेरठ में 13 सीएचसी पर एमएनसीयू वार्ड बनाने की प्रक्रिया आरंभ हो गयी है। इसके लिए स्वयं सेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जा रहा है। बता दें अभी तक जनपद में जिला अस्पताल, दौराला व मवाना सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर ही एमएनसीयू वार्ड क्रियाशील था। अब सरकार के आदेश पर जनपद में 13 सीएचसी पर एमएनसीयू वार्ड बनाने का कार्य आरंभ हो गया है। जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी व अन्य विभागीय अधिकारियों को 30 मई तक एमएनसीयू वार्ड तैयार करने के निर्देश दिए गए। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. अखिलेश मोहन ने बताया, जनपद की 12 सीएचसी के अतिरिक्त फलावदा सीएचसी में तब्दील हुई। सीएचसी में एमएनसीयू वार्ड बनाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया, हर सीएचसी पर छह बेड लगाए जाएंगे, जो पूरी तरह अत्याधुनिक उपकरणों से लैस होंगे। फिलहाल अभी पुराने स्टाफ से काम चलाया जाएगा। शासन से बजट मिलते ही नए स्टाफ को एमएनसीयू वार्ड में तैनात किया जाएगा।
वर्चुअल मीटिंग में हो रही लगातार समीक्षा
इसी माह 30 तारीख तक तैयार किए जाने वाले एमएनसीयू वार्ड की लगातार जिलाधिकारी दीपक मीणा और सीडीओ शंशाक चौधरी द्वारा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग कर लगातार समीक्षा की जा रही है।
कुपोषण से मिलेगी मुक्ति
न्यू एमएनसीयू वार्ड तैयार होने से बच्चों को कुपोषण से मुक्ति मिल जाएगी। जहां भर्ती होने वाले बच्चों को पोषण युक्त चीजें मिलेगी। आवश्यक दवाएं दी जाएंगी। इससे बच्चा जल्द स्वस्थ होगा।
मां से अलग नहीं रखा जाएगा नवजात
न्यू एमएनसीयू वार्ड में नवजात की मां को अलग नहीं रखा जाएगा। नवजात से दूर होने के कारण मां परेशान हो जाती है। उसी को ध्यान में रखते हुए एमएनसीयू वार्ड में नवजात के साथ उसकी मां भी रहेगी, जो नवजात का खुद भी ध्यान रख सकेगी।
इन्होंने कहा
नोडल अधिकारी डॉ. पूजा शर्मा ने बताया, 13 सीएचसी पर बन रहे नए एमएनसीयू वार्ड में 1800 ग्राम से 2400 ग्राम तक के बच्चों की देखभाल की जाएगी। इस तरह के नवजात जोखिम वाली श्रेणी में आते हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दौराला के प्रमुख अधीक्षक डा. विपुल कुमार ने बताया, शासन के आदेश पर नयी एमएनसीयू वार्ड सुविधाओं से लैस होगी। वातानुकूलित माहौल देने के लिए वार्ड में एसी लगाए जाएंगे। आवश्यक मशीनों की व्यवस्था रहेगी, जिनके जरिए नवजात को स्वस्थ रखा जा सकेगा।