
राजस्थान में चल रहे राजनीतिक संकट के बीच मध्य प्रदेश में कांग्रेस को एक और बड़ा झटका लगा है। राज्य में चल रहीं उपचुनाव की तैयारियों के बीच कांग्रेस की विधायक सुमित्रा देवी कास्डेकर ने विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। एक सप्ताह के अंदर राज्य में कांग्रेस के लिए यह दूसरा बड़ा झटका है।
प्रद्युमन सिंह लोधी के बाद बुरहानपुर जिले के नेपानगगर विधानसभा क्षेत्र से विधायक सुमित्रा देवी ने इस्तीफा दे दिया है। हालांकि, ख़बर लिखे जाने तक वजहों का खुलासा अभी नहीं हो पाया है। उन्होंने विधासभा सचिवालय को लिखित इस्तीफा भेजा दिया है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सुमित्रा देवी भी भाजपा में शामिल हो सकती हैं।
इससे पहले बीते रविवार को बड़ा मलहरा सीट से कांग्रेस विधायक प्रद्युम्न सिंह लोधी ने भी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे। भाजपा में शामिल होने के 6 घंटे बाद ही उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा दे दिया गया था। प्रद्युमन सिंह लोधी को राज्य खाद्य आपूर्ति निगम का अध्यक्ष बनाया गया है।
बता दें कि, मध्य प्रदेश में कांग्रेस के लिए संकट की शुरुआत ज्योतिरादित्य सिंधिया ने की थी जो अपने 22 विधायकों के साथ भाजपा में शामिल हुए थे। इसके अलावा दो विधायकों के निधन और अब लोधी के बाद सुमित्रा देवी की ओर से इस्तीफा दिए जाने के बाद 26 विधानसभा सीट खाली हो गई हैं, जिन पर उपचुनाव होने हैं।
सियासी गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस के कई और विधायक भाजपा के संपर्क में हैं। पिछले दिनों एक बीजेपी नेता ने दावा किया था कि 10 के करीब कांग्रेस विधायक पार्टी छोड़ सकते हैं। इसके बाद कमलनाथ ने भोपाल बुलाकर कुछ विधायकों से मुलाकात भी की थी।