नगीना पुलिस ने अपनी खाल बचाने को गौ तस्कर को पकड़ने की फिल्मी कहानी बनाई

शहजाद अंसारी

बिजनौर। प्रतिबंधित पशुओं व गौवंश को काटकर बेचने की मंडी बन चुका नगीना क्षेत्र की पुलिस के नये नये कारनामों की वजह से पुलिस विभाग की तो छवि खराब हो ही रही है साथ ही नगीना की घूसखोर पुलिस की मिली भगत से नगर में धडल्ले से हो रही दिन दहाडे गौकशी का पर्दाफाश होने के बावजूद भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर कार्रवाही न होने से अब योगी सरकार पर भी अब उंगलियां उठने ने लगी है।

जानकारी के अनुसार जनपद बिजनौर का थाना नगीना क्षेत्र पिछले काफी समय से प्रतिबंधित पशुओं व गौमांस की मंडी में तब्दील हो चुका था बेहद मुनाफे के इस काले कारोबार में नगीना के शातिर गैंग के अलावा भ्रष्ट पुलिसकर्मी भी रातोरात अमीर बनने के चक्कर में इसमें लिप्त हो गए जिससे लॉकडाउन के बावजूद यह काला कारोबार फल फूलने लगा और लगभग सत्तर कुन्तल मीट रोजाना एक किलो पैकिंग की पैकिंग तक में बिकने लगा। लाखों रुपये की आमदनी के इस काले कारोबार में वर्चस्व के लिए नगीना में दो गुटों में गैंगवार तक की आशंका बढ़ गई लेकिन नगीना पुलिस के कोतवाल राजेश तिवारी कुंभकर्णी नींद में सोते रहे। मीडिया में सुर्खियां बनने के बाद अपनी खाल बचाने को पहले तो कोतवाल राजेश कुमार तिवारी अधिकारियों को गुमराह तब तक करते रहे जब तक कि बेखौफ मीट माफिया ने बीती 22 अप्रैल बुधवार को दिनदहाड़े बाग में ले जाकर गाय को काटकर उनका चेहरा बेनकाब नही किया।

आला अधिकारियों की फटकार के बाद पुलिस ने 65 कुन्तल गौमांस के साथ दो लोगों चालान तो कर दिया लेकिन मीट माफिया सरगना शातिर वाहिद उर्फ टल्ली पुत्र अब्दुल वहाब निवासी कलालान थाना नगीना जिसपर नगीना थाना में आठ सहित विभिन्न थानों में लगभग दो दर्जन मुकदमें दर्ज हैं। एसपी बिजनौर संजीव त्यागी ने कडे तेवर दिखाते हुए इस सरगना शातिर टल्ली को जल्द पकड़ने व न पकडे जाने पर कोतवाल राजेश तिवारी व उनकी पुलिस पर गाज गिराने के संकेत दिए।

लेकिन हैरत की बात तो यह है कि बेशर्मी पर उतरे पूर्व में नगीना थाने में तैनात रहे दरोगा जितेंद्र जो इस समय कोतवाली देहात में तैनात है नगीना में अपनी तैनाती के दौरान भ्रष्ट दरोगा जितेन्द्र कुमार पहले से ही नगीना में वाहिद उर्फ टल्ली व कई तस्कारों को संरक्षण देकर वर्दी के दम पर गौ हत्या व अवैध पशु कटान कराते रहे है। वाहिद उर्फ टल्ली ने बिकाऊ दरोगा जितेन्द्र कुमार] चर्चित सिपाही मासिंह से अपने बचने के लिए फोन से सम्पर्क किया तो घूसखोर दरोगा जितेन्द्र कुमार ने अपनी वर्दी को नीलाम करते हुए शातिर अपराधी टल्ली के इस्तकबाल के लिए के लिए अपने कमरे के दरवाजे खोल दिए जैसे ही शातिर वाहिद उर्फ टल्ली घूसखोर दरोगा जितेन्द्र कुमार के थाना कोतवाली देहात कमरे पर पहुंचा तो दरागा जी ने पहले से ही शराब व कवाब का इंतेजाम कर रखा था। दावत खाने के बाद दो लाख रुपये की डील होते ही दरोगा जितेन्द्र कुमार ने नगीना पुलिस से सम्पर्क कर वाहिद उर्फ टल्ली को शनिवार की रात सौंप दिया।

यदि आलाधिकारियों द्वारा पुलिस व गौ तस्करों की काॅल डिटेल निकलवाई जाए तो कई बडे अपराधिक मांमले उजागर हो सकतें है। उधर नगीना पुलिस शातिर बदमाश वाहिद उर्फ टल्ली के गिरफ्तार करने की अधिकारियों को फिल्मी कहानी सुनाकर वाहवाही लूटने का प्रयास कर रही है। नगीना की घूसखोर पुलिस की मिली भगत से नगर में धडल्ले से हो रही दिन दहाडे गौकशी का पर्दाफाश होने के बावजूद भ्रष्ट पुलिसकर्मियों पर कार्रवाही न होने से अब योगी सरकार पर भी उंगलियां उठने ने लगी है।