नैनीताल । कुमाऊं विश्वविद्यालय का 17वां दीक्षांत समारोह नैनीताल डीएसबी कॉलेज केएन सिंह हॉल में आयोजित किया गया. इस दौरान कुलाधिपति सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत और विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एनके जोशी ने छात्र-छात्राओं को उपाधि दी।
दीक्षांत समारोह में विश्वविद्यालय ने 58 हजार 640 छात्र-छात्राओं को डिग्रियां वितरित की. जबकि 410 पीएचडी धारकों को डिग्रियां दी गई. इस दौरान राज्यपाल गुरमीत सिंह ने 115 मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल देकर समानित किया. इस दौरान उन्होंने कहा पिछले दो साल कोरोना की कठिन चुनौतियों के बाद भी कुमाऊं विवि तमाम उपलब्धियां अर्जित करने में सफल रहा है।
राज्यपाल ने कहा कुमाऊं विवि के नैनो साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग और अन्य की वैज्ञानिक खोज पर 8 अंतरराष्ट्रीय पेटेंट प्राप्त करना विवि के लिए बड़ी उपलब्धि है. वहीं, उन्होंने 120 में से 95 गोल्ड मेडल बेटियों को मिलने पर खुशी जताई. राज्यपाल ने कहा प्रकृति संरक्षण के साथ पर्यटन गतिविधियों को बढ़ाने के लिए काम करने की जरूरत है. साथ ही जैव विविधता, पर्यावरण संरक्षण, पर्यटन बढ़ाने की दिशा में शोध व अनुसंधान की कार्ययोजना तैयार की जानी चाहिए।
दीक्षांत समारोह में शिक्षा मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने कहा नए शिक्षा सत्र से नई शिक्षा नीति लागू होने जा रही है. जिसमें छात्र-छात्राओं को उत्तराखंड के इतिहास, महान विभूतियों की जीवन शैली के बारे में पढ़ाया जाएगा. छात्र उत्तराखंड के बारे में बेहतर ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे. केंद्र सरकार ने कोरोना संकट के दौर में भी राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर काम किया है.डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि उत्तराखंड के सभी विश्वविद्यालयों में एक पाठ्यक्रम के लिए कुमाऊं विवि के कुलपति की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई थी. इसमें प्राचीन ज्ञान के साथ ई-लर्निंग का समावेश भी है।
राज्य में उच्च शिक्षा का जो पाठ्यक्रम तैयार किया है, उसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, थ्री डी मशीन, डेटा विश्लेषण, जैव प्रौद्योगिकी के समावेशन से अत्याधुनिक क्षेत्रों में कुशल पेशेवर तैयार होंगे. वहीं, दीक्षांत समारोह में पहुंचे छात्र-छात्राएं खुश नजर आए. छात्रों ने कहा उन्होंने कॉलेज में पढ़ाई के दौरान बेहद मेहनत की थी. उन्हें इस दिन का बेसब्री से इंतजार था।