नेपाल मे मनाया जाता है पांच दिन दिपावली पर्व..

क़ुतुब अंसारी 
 
बहराइचl भारतीय सीमा से सटे नेपाली व थारू क्षेत्रों में पांच दिवसीय पर्व भारतीय क्षेत्रों व सीमा से सटे नेपाली मधेसी परिवारों में धन्वंतरि जयंती मनायी जा रही है। नेपाली मूल के थारू व नेपाल के मूल निवासी आज के दिन काक पूजा करते है। अर्थात कौए का सम्मान करते हुऐ उसे भोजन कराते हैं।
चतुर्दा के दिन यमराज स्वरूप कुत्ते की पूजा कर उसे भोजन कराते है।इसे कुकुर पूजा कहते हैं दीपावली के दिन गाय की पूजा की जाती है। गाय की पूजा से विवास किया जाता है कि इससे सुख समृद्वि आती है प्रान्न होकर लक्ष्मी जी घर में वास करती है। प्रतिस्पदा के दिन भी इसी प्रकार घरों में पूजा प्रतिष्ठा का महौल होता है। भैयादूज के दिन नेपाली क्षेत्रों मे विवास है कि यमुना के भाई यम यमुना के घर आते है और यमुना से टीका लगवाते हैं इसी नेपाली क्षेत्रों में भाई टीका कहा जाता है।
इसी दिन बहने भाईयों को तिलक करती है व भाईयों के लिए स्वास्थ्य तथा वैभव की कामना करती है भाई टीका लगवा कर बहनों से आशीर्वाद लेती हैं। बदले में भाई यथेट बहनो को दान दक्षिणा देते हैं। इस प्रकार नेपाली क्षेत्रों में दीपावली का यह पंचदिवसीय पर्व समाप्त होता है। 

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