विश्व के सबसे बड़े चिकित्सा सेवा कार्य का आयोजन है नेत्र कुंभ, नये अनुभव के साथ विदा हुए…


नये अनुभव के साथ विदा हुए विभिन्न राज्यों से आये चिकित्सक

प्रयागराज। नेत्र कुंभ विश्व के सबसे बड़े चिकित्सा सेवा कार्य का आयोजन है। इससे लाखों लोगों के जीवन में नयी रोशनी आयेगी। उन लोगों के जीवन में नयी उर्जा का भी संचार होगा। देश के विभिन्न राज्यों से आये चार नेत्र रोग विशेषज्ञ चिकित्सक पुनः अपने कार्य स्थल पर शुक्रवार को लौट गये। इसके साथ ही विदा ले रहे चिकित्सकों के स्थान पर नये चिकित्सकों ने अपना कार्यभार संभाल लिया। नेत्र कुंभ में नेत्र रोगियों की चिकित्सा करते हुए इन चिकित्सकों को सेवा कार्य का नया अनुभव हुआ। वे भविष्य में इससे प्रेरणा लेकर जरूरतमंदों की सेवा करेंगे। उन लोगों ने कहा कि इसके लिये सामाजिक संस्था ‘सक्षम’ की जितनी प्रशंसा की जाये कम है।


अपने अनुभवों के बारे में नेशनल मोडिकोज आर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय महासचिव डाक्टर अश्विनी टंडन ने बताया कि वे 12 जनवरी को यहां आये थे। वे नेत्र कुंभ की व्यवस्था से अत्यधिक प्रभावित हैं। पांच दिनों में कुंभ दर्शन भी हुआ। इस महाकुंभ में आकर नये चिकित्सको को भी सेवा कार्य का अनुभव हुआ। मेडिकोज आर्गेनाइजेशन श्रवण कुंभ, दंत कुंभ एवं तीर्थ यात्रियों के स्वास्थ्य को लेकर भी कार्य कर रहा है। चिकित्सक सभी अखाड़ों में भी जायेंगे और सेवा कार्य करेंगे। कुंभ में आने वाले तीर्थ यात्रियों की आयु चालीस से साठ वर्ष के बीच की होती है। इनमें ये सभी सामान्य बीमारियां होती हैं। मेडिकोज आर्गेनाइजेशन इन सभी आयामों को देख रहा है। डाक्टर टंडन ने नेत्र कुंभ के आयोजन के लिए सक्षम के राष्ट्रीय संगठन मंत्री चंद्रशेखर को बधाई दी।

  शंकर नेत्रालय, चेन्नई से आयीं डाक्टर श्रीवल्ली काजा ने बताया कि महाकुंभ में नेत्र कुंभ के आयोजन से वे अभिभूत है। इतने बड़े चिकित्सा सेवा कार्य का हिस्सा होने के कारण उन्हें गौरव का अनुभव हो रहा है। वहीं, डाक्टर मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि इस तरह के आयोजन सभी राज्यों में होने चाहिए। मध्यप्रदेश के खजुराहो महोत्सव एवं छत्तीसगढ़ में घोरमदेव महोत्सव में इस तरह के आयोजन से लाखों लोगों को राहत मिलेगी। इससे अच्छा संदेश भी जायेगा। इस संबंध में डाक्टर पलक जोशी ने कहा कि वह महाकुंभ का दर्शन कर अत्यधिक खुशी का अनुभव कर रही है। यहां साधु-संतों का भी दर्शन हुआ। वे भीलवाड़ा की रहने वाली हैं, परंतु नेत्र कुंभ में उन्हें घर जैसा अनुभव हुआ। यह जीवन की एक बड़ी उपलब्धि है। महाकुंभ में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अच्छी व्यवस्था की है। वे भविष्य में इस तरह के आयोजन में भाग लेकर गौरवान्वित महसूस करेंगी। इसके साथ ही वे भारतीय आर्मी मेडिकल कोर के चिकित्सकों की सेवा भावना से भी काफी प्रभावित हैं। आयोजन समिति की मीडिया कोआर्डिनेटर डाक्टर कीर्तिका अग्रवाल ने बताया कि नेत्र कुंभ में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। चिकित्सक पूरे मनोयोग से सेवा कर रहे हैं।

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