12 राज्यों में NIELIT डीम्ड यूनिवर्सिटी का शुभारंभ

पूर्वोत्तर की सतत प्रगति की दिशा में आज का दिन एक महत्वपूर्ण कदम है। गुवाहाटी रेलवे स्टेशन परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम में असम समेत देश के कुल 12 स्थानों पर NIELIT डीम्ड यूनिवर्सिटी का औपचारिक रूप से शुभारंभ किया गया। इस मौके पर नाइलिट और टाटा इलेक्ट्रानिक्स के बीच एक एमओयू भी हस्ताक्षरित हुआ। कार्यक्रम में तीन जोड़ी नई ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई और तेतेलिया में एक ओवरब्रिज को भी राष्ट्र को समर्पित किया गया। इसके अलावा कोकराझार में एक एफएम रेडियो स्टेशन का शुभारंभ भी किया गया।

इस मौके पर केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण और इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि “पूर्वोत्तर भारत के लिए नया इंजन। नॉर्थ ईस्ट देश को आगे ले जाने का नया इंजन है। असम में बहुत हिम्मत है। असम का युवा तैयार है। मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुवाहाटी-न्यू लखीमपुर जनशताब्दी एक्सप्रेस, न्यू बंगाईगांव-गुवाहाटी पैसेंजर और तिनसुकिया-नाहरलगुन एक्सप्रेस को आज जिन तीन ट्रेनों की शुरुआत की, उनमें गुवाहाटी-न्यू लखीमपुर जनशताब्दी एक्सप्रेस शामिल हैं।

कार्यक्रम में असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा भी शामिल हुए। इस मौके पर डॉ सरमा ने कहा, “असम में आईटी और इलेक्ट्रॉनिक विश्वविद्यालय स्थापित किए जाएंगे। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (एनआईईएलआईटी यानी नाइलिट) विश्वविद्यालय का नाम भूपेन हजारिका के नाम पर रखा जाएगा। देश में नाइलिट विश्वविद्यालय के 11 परिसर होंगे, जिसमें जागीरोड में एक परिसर स्थापित किया जाएगा। यहां पर इलेक्ट्रॉनिक सामग्री निर्माण की शिक्षा दी जाएगी। असम में निर्मित चीप का उपयोग जर्मनी की कारों में किया जाएगा। यह हमारे लिए गर्व का विषय है। केंद्र सरकार ने रेलवे के विकास के लिए 10 हजार करोड़ रुपये का बजट उपलब्ध कराए हैं।”

मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने कहा, “2025 की शुरुआत में इतने सारे उपहार देने के लिए केंद्रीय मंत्री को बहुत-बहुत धन्यवाद। मैं एक बार फिर 25 फरवरी को केंद्रीय मंत्री को एडवांटेज असम में आमंत्रित करता हूं। प्रधानमंत्री मोदी 2047 तक हमारे देश को असम को विकसित बनाने के लिए सभी प्रयास कर रहे हैं। इसके आधार तकनीक शिक्षा होगी। इसके लिए सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट शुरू किया गया है। हमें कुशल जनशक्ति की आवश्यकता है। भारत अब सेमी-कंडक्टर पावरहाउस बनने जा रहा है। असम के लमडिंग तक रेलवे का डबल ट्रैक हो चुका है और आगे काम शुरू हो गया है। जागीरोड स्थित नाइलिट विश्वविद्यालय नया प्रकाश बिखेरेगा, जहां पर इलेक्ट्रॉनिक्स, एआई, सूचना प्रौद्योगिकी की शिक्षा मिलेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले आंदोलन करने पड़ते थे, लेकिन प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के लिए किसी आंदोलन की जरूरत नहीं हुई। किसी भी दल और संगठन ने ज्ञापन नहीं सौंपा। हालांकि, प्रधानमंत्री ने इसके बारे में पहले ही सोच लिया। अब यह हमारे हाथ में है। अब हमें आसमान छूने का मन बनाना होगा।” इस कार्यक्रम को राज्यपाल लक्ष्मण प्रसाद आचार्य एवं केंद्रीय राज्य मंत्री पबित्र मार्घेरिटा ने भी संबोधित किया।

इस कार्यक्रम में असम सरकार के मंत्री डॉ. रनोज पेगु, अशोक सिंघल, जोगेन महन, गुवाहाटी की लोकसभा सांसद बिजली कलिता मेधी, दिलीप सैकिया, राज्यसभा सांसद रामेश्वर तेली, विधायक परमानंद राजवंशी, रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी एवं बड़ी संख्या में आम लोग मौजूद थे।उल्लेखनीय कि नाइलिट का मेन कैंपस रोपड़ में है। इसके अलावा औरंगाबाद, कालीकट, गोरखपुर, अजमेर, पटना, कोहिमा, इटानगर, आइजोल, श्रीनगर, इंफाल, अगरतला में नाइलिट की औपचारिक रूप से शुरूआत हो रही है।

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