नीति आयोग के लिए निर्धारित सूचकांकों में अपेक्षित सुधार लाये अधिकारी : डीएम

बहराइच जिलाधिकारी डॉ दिनेश चन्द्र की अध्यक्षता में बुधवार देर शाम कलेक्ट्रेट सभागार में आकांक्षात्मक जनपदों के लिए नीति आयोग द्वारा निर्धारित सूचकांको स्वास्थ्य, पोषण, कृषि, शिक्षा, कौशल विकास, वित्तीय समावेशन इत्यादि के प्रगति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि माह मार्च डेटा का मिलान कर जिस बिन्दु की प्रगति अपेक्षाकृत कम है उन कमियों को दूर करते हुए अपेक्षित सुधार लायें ताकि जिले की रैकिंग प्रभावित न होने पाये। डीएम डॉ. चन्द्र नेे यह भी निर्देश दिया कि नवीन कार्याे को प्रोत्साहित किया जाय। विभागों द्वारा जो इनोवेशन के कार्य किये उसका उचित मंच पर विधिवत प्रदर्शन किया जाय। साथ ही पोर्टल पर भी अपलोड किया जाय। कृषि सेक्टर और शिक्षा सेक्टर पर समन्वय के साथ कार्य करें। कृषि सेक्टर से पौष्टिक उत्पादन को एमडीएम से जोड़ा जाय ताकि जिले में औद्यानिक खेती को बढ़ावा मिल सके।

डीएम डॉ. चन्द्र ने सभी कार्यालयाध्यक्षों को बताया कि मुख्य सचिव द्वारा स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं कि सुशासन को दृढ़ करने के लिए सभी अधिकारी, कर्मचारी पूरी निष्ठा व ईमानदारी, पारदर्शिता, संवेदनशीलता और जवाब देही से कार्य करें। साथ ही जो विभागीय योजनाएं है उसका निष्पक्षता से समयबद्धता व गुणवत्तापरक रूप से निस्तारण करें। डीएम डॉ. चन्द्र ने यह भी निर्देश दिया कि आईजीआरएस सहित अन्य स्तरों से प्राप्त होने वाली शिकायतों को गुणवत्तापरक ढंग से निर्धारित समय सीमा के अन्तर्गत निस्तारण करें और कृत कार्यवाही से आवेदक को भी अवगत कराये साथ ही कार्यालय की साफ-सफाई की व्यवस्था पर भी विशेष ध्यान दें क्योंकि इससे कार्य व संस्कृति का विकास होता है।

डीएम डॉ. चन्द्र ने कहा कि नवरात्र व रमजान के त्यौहारों के दृष्टिगत नगर व ग्रामीण क्षेत्रों के साथ-साथ अपने कार्यालयों में जहां आप और आपका स्टाफ बैठता है वहॉ पर भी विशेष रूप से साफ-सफाई कर लें। दीवारों पर यदि कहीं भी पान के धब्बे, तम्बाखू आदि का दाग नहीं होना चाहिए। अन्यथा विभागाध्यक्ष का उत्तर दायित्व निर्धारित करते हुए जुर्माना किया जायेगा। उत्तर प्रदेश ने पूर्व से ही प्लास्टिक व अन्य कूड़ा, कचरा अधिनियम ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों में प्रभावी है। प्लास्टिक का प्रयोग न करें, काली पालीथीन को पूर्ण रूप से प्रतिबन्धित करें और सिंगिल यूज प्लास्टिक को पूर्ण रूप से प्रतिबंधित करें इस पर जुर्माना भी है। अतः मैं समझता हूॅ कि सभी लोग सामूहिक रूप से इस व्यवस्था को बनाने में सहयोग प्रदान करेंगे।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी कविता मीना, अपर जिलाधिकारी मनोज, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. एस.के. सिंह, जिला विकास अधिकारी राजेश कुमार मिश्र, उप निदेशक कृषि टी.पी. शाही, बीएसए अजय कुमार, प्रशिक्षु पीसीएस अमन देओल, डीएचओ पारसनाथ, डीपीओ जी.डी. यादव, डीसीओ शैलेष मौर्या,एसओ पियूष नायक, डीएसटीओ व अन्य सम्बन्धित लोग मौजूद रहे।

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