उन्नाव। जिलाधिकारी देवेंद्र कुमार पांडेय की अध्यक्षता में विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई के अवसर पर जिला चिकित्सालय परिसर में एनसीसी कैडेट्स, जीनाथजी व डीवीडीटी की छात्र-छात्राओं व आशाओं की जागरूकता रैली व गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने जिला महिला चिकित्सालय के प्रशासनिक भवन में लगाए गए परिवार नियोजन मेला एवं प्रदर्शनी का फीता काटकर उद्घाटन किया। जिलाधिकारी ने उपस्थित एनसीसी कैडेट्स, छात्र-छात्राओं एवं आशाओं को संबोधित करते हुए कहा कि बढ़ती आबादी राष्ट्र के विकास में बाधक है। इसलिए जरूरी है कि मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के संदर्भ में परिवार कल्याण कार्यक्रम के महत्व व जनसंख्या स्थिरीकरण में जन सहयोग के महत्व से समाज को जागरूक किया जाए। जिलाधिकारी ने जनजागरुकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. लालता प्रसाद ने गोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि बढ़ती आबादी और उसके दुष्प्रभाव से होने वाली समस्याओं के प्रति लोगों को जागरूक किया जाए। उन्होंने बताया कि 11 से 25 जुलाई तक जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा मनाया जाएगा। इस दौरान ग्राम स्तर पर आशा, एएनएम व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के द्वारा सास बहू सम्मेलन कर लोगों को परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया जाएगा। सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर परिवार नियोजन स्वास्थ्य मेला/प्रदर्शनी में विभिन्न साधनों का बास्केट आफ चॉइस तथा पुरुष व महिला नसबंदी शिविर लगाकर निशुल्क सेवाएं प्रदान की जाएंगी।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. एके रावत ने बताया कि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार जनपद की आबादी लगभग 31 लाख थी जो वर्तमान में लगभग 37 लाख है। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष जनपद उन्नाव की जनसंख्या वृद्धि दर लगभग 2.1 प्रतिशत है। इस पर चिंतन करने की जरूरत है। रैली में सीएमएस डा. मेवा लाल, डा. अंजू द्विवेदी, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरके गौतम, प्रोफेसर डा. विधि भूषण मौर्य, एनसीसी के कर्नल संजय, सूबेदार जनरल सिंह, मनोहर लाल, हवलदार कुलदीप सिंह व सुरेश गौतम, अभिषेक श्रीवास्तव, मनिंदर सिंह, डा. पुष्पा सिंह आदि उपस्थित रहे।