शहजाद अंसारी
लखनऊ। महिला सिपाही का मानसिक उत्पीडन व अनैतिक संबन्ध बनाने का दबाव डालने वाले रंगीन मिजाज एएसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र का पीएसी सीतापुर तबादला हो गया है। मजेदार बात यह है कि दागी एएसपी को बचाने के लिए आला अधिकारियों ने कोई कसर नही छोडी। पीडिता को जब अपने ही विभाग से इंसाफ नही मिला तो उसने कोर्ट की शरण ली। अधिकारियों ने विभाग की फजीहत बचाने के लिए फिलहाल दागी एएसपी के पर कतरे है।
मालूम हो कि बिजनौर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के डीसीआरबी अनुभाग में तैनात महिला आरक्षी ने 08 अगस्त 20 को आईजी मुरादाबाद रमित शर्मा को बिजनौर एएसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र पर अनुचित सम्बन्ध बनाने का दबाव डालने और न मानने पर कार्रवाहियां कराकर मानसिक उत्पीड़न किये जाने की लिखित शिकायत की। महिला आरक्षी द्वारा एसपी सिटी पर ऐसे गंभीर आरोप लगाने से बिजनौर से लेकर लखनऊ तक हडकम्प मच गया था। महिला आरक्षी ने आईजी के समक्ष पेश होकर सबूतों के साथ तीन पन्नो का प्रार्थना पत्र सौंपकर अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा था कि 11 मार्च 20 की रात्रि से बिजनौर एएसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र द्वारा उसपर अनैतिक सम्बन्ध बनाने का दबाव डाला जा रहा है। पीडित महिला आरक्षी ने अपने शिकायती पत्र में यह भी कहा कि बीती 05 अगस्त 20 को उसने पुलिस अधीक्षक बिजनौर संजीव त्यागी से भी इस मांमले की लिखित शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाही नही हुई। पीड़ित महिला सिपाही ने आईजी को एएसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र की करतूत का सबूत देते हुए बताया था कि एक दिन पुलिस लाइन के आरआई विद्या निवास मिश्रा का मोबाइल न0 8700468681 फोन आया। उन्होंने कहा कि अपर पुलिस अधीक्षक नगर से इसी फोन पर बात कर लीजिए। पीड़ित ने बात की तो रंगीन मिजाज एएसपी सिटी लक्ष्मी निवास मिश्र ने कहा कि तुम हमें अपना आका बना लो, तुम्हारी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी। महिला सिपाही ने बात मानने से साफ इनकार कर दिया तो उसका और ज्यादा मानसिक उत्पीड़न किया जाने लगा।
आईजी रमित शर्मा ने शिकायत को गंभीरता से सुनकर पीडित महिला आरक्षी को मांमले की निष्पक्ष जांच कराकर कार्रवाही का भरोसा दिया लेकिन वहां से भी कोई कार्रवाही नही हुई। पीडिता बाद में इंसाफ पाने के लिए लखनऊ में बैठे अला अधिकारियो के चक्कर काट ती रही वहां से भी उसे निराश होकर लौटना पडा। पीडित महिला आरक्षी को जब अपने ही विभाग से इंसाफ नही मिला तो उसने इंसाफ पाने के लिए हिम्मत दिखाते हुए हाईकोर्ट इलाहाबाद की शरण ली। हाईकोर्ट ने मांमले को गंभीरता से लेते हुए 09 दिसम्बर 20 को बिजनौर कोर्ट को सुनवाई के लिए आदेशित किया है। मांमला कोर्ट में जाते ही अधिकारियों ने विभाग की फजीहत बचाने के लिए दागी एएसपी लक्ष्मी निवास मिश्र को पीएसी सीतापुर भेजकर पर कतरे है। उधर पीडिता महिला सिपाही का कहना है मुझे पूरी तरह जब इंसाफ मिलेगा जब मेरा मानसिक उत्पीडन व अनैतिक संबन्ध बनाने का दबाव डालने वाले एएसपी लक्ष्मी निवास पर मुकदमा दर्ज होकर उसकी गिरफ्तारी होगी।