अमेरिका की फास्ट फूड चेन सबवे ने महंगाई से जूझ रहे पाकिस्तान में तीन इंच का सैंडविच लॉन्च किया है। पहली बार इस फास्ट-फूड चेन ने वैश्विक स्तर पर सैंडविच का मिनी वर्जन लॉन्च किया है। इसकी कीमत 360 पाकिस्तानी रुपए है।
सबवे आमतौर पर 6-इंच और 12-इंच का सैंडविच बेचती है, लेकिन पाकिस्तान में लोगों की पर्चेजिंग पावर को ध्यान में रखते हुए मेन्यू में मिनी सैंडविच ऐड किया है। बढ़ती कीमतों से निपटने के लिए, पाकिस्तान में कई रेस्तरां ने कीमतें बढ़ा दी हैं या मात्रा कम कर दी है।
खाने-पीनी की महंगाई 38.5% पर पहुंची
पाकिस्तान में महंगाई डबल डिजिट में पहुंच गई है। अगस्त में यहां सालाना आधार पर महंगाई दर 27.38% रही। वहीं पाकिस्तान में खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ने से फूड इंफ्लेशन 38.5% पर पहुंच गया है। एक साल पहले अगस्त में यह 6.2% था।
बढ़ती महंगाई के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग
पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई और बिजली बिलों के खिलाफ बीते दिनों लोग सड़कों पर उतर आए थे। व्यापारियों ने लाहौर, कराची और पेशावर से लेकर देशभर में दुकानें बंद कर दी थी। बढ़ती महंगाई पर जब कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवार उल हक काकड़ से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लोगों को बिल भरने पड़ेंगे। इसके सिवाय उनके पास कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है।
व्यापारी बोले- एक लाख किराया और एक लाख बिजली बिल कैसे दें
कराची के एक व्यापारी फाहद अहमद ने न्यूज एजेंसी एपी को बताया- हमने अपनी दुकानें बंद रखी हैं ताकि देश के सत्ता में बैठे तबके तक हमारा मैसेज पहुंचे। अगल उन्होंने हमारी तकलीफें नहीं समझी तो हमें दूसरे तरीके अपनाने होंगे।
अहमद ने कहा- मैं एक लाख रूपए का किराया दूंगा और उतना ही बिजली का बिल भी आएगा जो मेरा गुजारा कैसे होगा। पाकिस्तान की सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक वहां अगस्त के अंत तक महंगाई दर 27.4% पहुंच गई है। एक लीटर पेट्रोल का दाम 300 पाकिस्तानी रुपए तक पहुंच गया है।
IMF के नियमों का सारा बोझ लोगों पर शिफ्ट
पाकिस्तान के अर्थशास्त्री मोहम्मद सोहेल के मुताबिक IMF से लोन की किश्त मिलने के बावजूद देश चुनौती भरे वक्त से गुजर रहा है। लोन के बदले IMF की तरफ से थोपे गए नियमों ने सारा बोझ लोगों पर शिफ्ट कर दिया है।
उनका कहना है कि पाकिस्तान में महंगाई सबसे बड़ी परेशानी है। इसकी वजह पाकिस्तानी रुपए की लगातार गिरती कीमत है। एक डॉलर की कीमत पाकिस्तानी रुपए की कीमत डॉलर के मुकाबले 76 सालों में सबसे निचले स्तर पर है। एक डॉलर की कीमत पाकिस्तानी रुपए के मुकाबले 307 रुपए हो गई है।
अमेरिका की फास्ट फूड चेन सबवे ने महंगाई से जूझ रहे पाकिस्तान में तीन इंच का सैंडविच लॉन्च किया है। पहली बार इस फास्ट-फूड चेन ने वैश्विक स्तर पर सैंडविच का मिनी वर्जन लॉन्च किया है। इसकी कीमत 360 पाकिस्तानी रुपए है।
सबवे आमतौर पर 6-इंच और 12-इंच का सैंडविच बेचती है, लेकिन पाकिस्तान में लोगों की पर्चेजिंग पावर को ध्यान में रखते हुए मेन्यू में मिनी सैंडविच ऐड किया है। बढ़ती कीमतों से निपटने के लिए, पाकिस्तान में कई रेस्तरां ने कीमतें बढ़ा दी हैं या मात्रा कम कर दी है।
खाने-पीनी की महंगाई 38.5% पर पहुंची
पाकिस्तान में महंगाई डबल डिजिट में पहुंच गई है। अगस्त में यहां सालाना आधार पर महंगाई दर 27.38% रही। वहीं पाकिस्तान में खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ने से फूड इंफ्लेशन 38.5% पर पहुंच गया है। एक साल पहले अगस्त में यह 6.2% था।
बढ़ती महंगाई के खिलाफ सड़कों पर उतरे लोग
पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई और बिजली बिलों के खिलाफ बीते दिनों लोग सड़कों पर उतर आए थे। व्यापारियों ने लाहौर, कराची और पेशावर से लेकर देशभर में दुकानें बंद कर दी थी। बढ़ती महंगाई पर जब कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवार उल हक काकड़ से सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि लोगों को बिल भरने पड़ेंगे। इसके सिवाय उनके पास कोई दूसरा ऑप्शन नहीं है।
व्यापारी बोले- एक लाख किराया और एक लाख बिजली बिल कैसे दें
कराची के एक व्यापारी फाहद अहमद ने न्यूज एजेंसी एपी को बताया- हमने अपनी दुकानें बंद रखी हैं ताकि देश के सत्ता में बैठे तबके तक हमारा मैसेज पहुंचे। अगल उन्होंने हमारी तकलीफें नहीं समझी तो हमें दूसरे तरीके अपनाने होंगे।
अहमद ने कहा- मैं एक लाख रूपए का किराया दूंगा और उतना ही बिजली का बिल भी आएगा जो मेरा गुजारा कैसे होगा। पाकिस्तान की सरकार की तरफ से जारी आंकड़ों के मुताबिक वहां अगस्त के अंत तक महंगाई दर 27.4% पहुंच गई है। एक लीटर पेट्रोल का दाम 300 पाकिस्तानी रुपए तक पहुंच गया है।
IMF के नियमों का सारा बोझ लोगों पर शिफ्ट
पाकिस्तान के अर्थशास्त्री मोहम्मद सोहेल के मुताबिक IMF से लोन की किश्त मिलने के बावजूद देश चुनौती भरे वक्त से गुजर रहा है। लोन के बदले IMF की तरफ से थोपे गए नियमों ने सारा बोझ लोगों पर शिफ्ट कर दिया है।
उनका कहना है कि पाकिस्तान में महंगाई सबसे बड़ी परेशानी है। इसकी वजह पाकिस्तानी रुपए की लगातार गिरती कीमत है। एक डॉलर की कीमत पाकिस्तानी रुपए की कीमत डॉलर के मुकाबले 76 सालों में सबसे निचले स्तर पर है। एक डॉलर की कीमत पाकिस्तानी रुपए के मुकाबले 307 रुपए हो गई है।