
दैनिक भास्कर ब्यूरो
बहुआ, फतेहपुर । जनपद में खनन विभाग द्वारा ओती, कोर्रा, उरौली, देवनार, गाजीपुर सहित 6 खदानों को मोरंग के खनन के लिए अधिकृत किया गया है। ललौली थाना क्षेत्र ओती, उरौली, कोर्रा तीन खदाने इस समय चालू हैं। इन दिनों कोर्रा खदान का जीपीएस वीडियो सोशल मीडिया में जमकर सुर्खियां बटोर रहा है। गुरुवार को खनिज अधिकारी राजेश कुमार ने वीडियो को संज्ञान में लेते हुए कोर्रा खदान का निरीक्षण किया। उन्हें अवैध खनन के अहम सबूत मिले हैं। हालांकि खनिज अधिकारी ने जलधारा से खनन करने के मामले में जुर्माना वसूलने की बात कही है।
जलधारा से अवैध खनन करने के मामले में हुई कार्रवाई
इसके पहले भी इसी खदान के संचालक का किसानों से बदसलूकी का वीडियो भी खासा चर्चा में रहा है। दैनिक भास्कर हमेशा से अवैध खनन की खबरों को प्रमुखता प्रकाशित करता रहा है। जिस पर कुछ दिन पूर्व भास्कर में छपी खबरों को संज्ञान में लेकर जिले के खनिज अधिकारी व तत्कालीन एसडीएम अवधेश निगम ने पट्टा क्षेत्र का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान खण्ड संचालक द्वारा खनन क्षेत्र से हटकर खनन करने व जलधारा में खनन करने के साक्ष्य मिले थे।
जिस पर विभाग ने कोर्रा खदान के संचालक पर 13 लाख 40 हजार का जुर्माना लगाया था। परंतु खदान में ना तो अवैध खनन बंद हुआ, ना ही ओवरलोड लोडिंग। खदान में लगे कैमरा व धर्म कांटा महज दिखावा साबित हो रहे हैं। या तो खदान संचालक द्वारा शासन से निर्देशित सीसीटीवी कैमरा व लोड मापक कांटा में छेड़छाड़ किया गया है।
भले ही योगी सरकार प्रदेश में हो रहे अवैध खनन को लेकर सख्त है। प्रदेश सरकार ने खनन रोकने के लिए और खनन संबंधित शिकायत दर्ज कराने के लिए काल सेंटर स्थापित किया है। काल सेंटर में पूरे सप्ताह 24 घंटे टोल फ्री नंबर पर शिकायत दर्ज कराई जा सकती है। चाहे जितना अवैध खनन रोकने की कवायदों का दम भरा जा रहा हो लेकिन नतीजा सिफर है। ललौली खनन क्षेत्र की ओती, कोर्रा, खदानों के शुरू होते ही अवैध खनन, ओवरलोडिंग के वीडियो सोशल मीडिया पर तैरने शुरू हो गए हैं।
कम समय मे ज्यादा रुपये कमाने के लालच में संचालक नियम ताख पर रखे हैं। हालांकि कोटडा खदान का संचालक सुधीर त्रिपाठी 13 लाख 40 हजार का जुर्माना झेलने के बाद भी दोहरी गति से खनन में जुटा हुआ है। सूत्रों की माने तो कोर्रा खदान में अवैध खनन करना संचालक की मजबूरी बना हुआ है। नाम ना छापने के एवज में संचालक से जुड़ा एक कर्मचारी ने बताया कि खदान संचालक को लगभग 40 हेक्टेयर भूमि का खनन पट्टा हुआ है। जबकि वर्तमान समय में एक चौथाई से कम भूभाग पर खनन किया जा सकता है। शेष भाग जलमग्न है। धंधा है साहब सब करना पड़ता है। अब संचालक अवैध तरीके से खनन नहीं करेगा तो कमाएगा कैसे…?
खनिज अधिकारी राजेश कुमार का कहना है कि सोशल मीडिया पर कोर्रा खदान का वायरल वीडियो संज्ञान में आया है। जिस पर खनन क्षेत्र का निरीक्षण किया गया है। जल क्षेत्र में खनन के साक्ष्य मिले हैं, खनिज नियमावली की अवहेलना करने के आधार पर खंड संचालक को दंडित किया जाएगा।