शहजाद अंसारी
बिजनौर। जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने विकास भवन के प्रांगण में माननीय प्रधानमंत्री द्वारा गुजरात के वस्त्राल नगर में आयोजित कार्यक्रम के प्रसारण के दौरान बताया कि प्रधानमंत्री द्वारा आज प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का शुभारंभ कर दिया गया है, जिसके अंतर्गत देश के असंगठित कामगारों के लिए पेंशन की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि यह योजना है संगठित कामगारों की वृद्ध अवस्था की सुरक्षा और सामाजिक सुरक्षा के लिए है जो अधिकतर रिक्शा चालक, फेरीवाले, मिड डे मील कामगार, बोझ उठाने वाले कामगार, ईट भट्ठा मजदूर, मोची, कूड़ा बीनने वाले, मनरेगा श्रमिक, आदि इसी तरह के अन्य व्यवस्थाओं के काम करने वालों के लिए है उन्होंने बताया कि इस योजना से प्रदेश के 18 से 40 वर्ष आयु के लोग लाभ प्राप्त कर सकते हैं जिनकी मासिक आय ₹15000 से कम होनी चाहिए उन्होंने बताया कि योजना से लाभान्वित होने के लिए आधार कार्ड तथा बचत या जनधन खाता होना अनिवार्य है।
जिलाधिकारी सुजीत कुमार ने यह भी बताया कि यह एक स्वैच्छिक और अंशदाई पेंशन योजना है जिसके तहत पेंशन धारकों को 60 वर्ष की आयु होने के बाद न्यूनतम ₹3000 प्रति माह की निश्चित पेंशन मिलेगी और यदि पेंशन धारक की मृत्यु हो जाती है तो उस के आश्रित को पेंशन का 50 प्रतिशत पारिवारिक पेंशन के रूप में मिलेगा पारिवारिक पेंशन केवल पति या पत्नी के लिए ही लागू है उन्होंने यह भी बताया कि पीएम एसवाईएम से जुड़ने के बाद लाभार्थी के बचत खाते में जनधन खाते में से ऑटो डेबिट की सुविधा के माध्यम से 60 वर्ष की आयु तक पैसे कटते रहेंगे तथा केंद्र सरकार भी उनके पेंशन खाते में बराबर का योगदान करेगी।
उन्होंने और अधिक जानकारी देते हुए बताया कि असंगठित कामगार निकटतम कॉमन सर्विस सेंटर पर पहुंचकर आधार कार्ड और बचत खाता या जनधन खाते का उपयोग करके समन प्रसारण के माध्यम से पीएम एसवाईएम के लिए नामांकित नामांकन करा सकते हैं पहले महीने में लाभार्थी को उसका योगदान नकद करना होगा और उसके आगे उसकी सहमति के साथ उसके खाते से ऑटो डेबिट होगा।
कार्यक्रम के दौरान माननीय सांसदगणों, जिलाधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी द्वारा पीएम एसवाईएम योजना से लाभान्वित होने वाले असंगठित कामगारों को संबंधित कार्डस का वितरण किया गया। इस अवसर पर सांसद बिजनौर कुंवर भारतेंद्र सिंह तथा नगीना डॉ यशवंत सिंह ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक संजीव त्यागी, मुख्य विकास अधिकारी प्रवीण कुमार मिश्र, परियोजना निदेशक डीआरडीए विजय प्रकाश श्रीवास्तव, जनप्रतिनिधि तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।