किशनी माइनर की पटरियों पर लोगों का चलना हुआ दुश्वार


– विकास के नाम ठेंगा दिखा रही नगर पंचायत
किशनी/मैनपुरी- नगर के वहुमुखी विकास का वायदा कर पदारूढ होने वाले, पदासीन होने के बाद अपने ही किये वायदे जब भूलने लगते हैं तो लोग अपने द्वारा चुने हुये प्रतिनिधि को कोसने से पीछे नहीं हटते। यही हाल नगर पंचायत किशनी का है।

यहां भी विकास के नाम कस्बा वासियों को सिर्फ छला गया है। न गलियों के निर्माण हुये न ही प्रकाश की समुचित ब्यवस्था नजर आ रही है।


    कस्बे के बीचो बीच से गुजरने बाली किशनी माइनर में आज गंदगी के सिवाय कुछ भी नजर नहीं आता है। गौरतलब है कि उक्त माइनर के किनारे दलित समाज के लोग बहुतायत में निवास करते हैं। पूर्व चेयरमैन सरला चैहान के कार्यकाल के दौरान माइनर की कच्ची और खस्ताहाल पटरी को इंटर लॉकिंग ईंटें बिछा कर चैडा किया गया था।

इससे गंदगी भी दूर हुई थी साथ ही कस्बे में आने जाने वाले लोगों के लिये काफी सहूलियत हो गई थी। समय गुजरने के साथ साथ माइनर की पटरी पर बिछाई गई ईंटें टूट कर जमीन में धंस गई। साथ ही माइनर के किनारे की मिट्टी भी धंस गई। जिससे वहां पर गहरे खड्डे बन गये। अब हालात यह हैं कि रोजाना कोई न कोई साइकिल या बाइक सवार वहां पर गिरकर घायल होता है तथा राहगीर परेशान होते हैं। नगर पंचायत राहगीरों को गिरते देखकर भी चुप्पी साधे हुये हैं। इसके अलावा माइनर को पक्का करने वाले ठेकेदार ने भी लोगों के कटे पर नमक छिड़का है। ठेकेदार ने माइनर की दीवार तो बना दी।

पर उसके किनारे मिट्टी डलबाने की जहमत नहीं उठाई। इससे माइनर के किनारे एक गहरी नाली बन गई। जिसमें कूडा करकट एकत्र हो रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि नगर पंचायत को प्राथमिकता के आधार पर माइनर की पटरी को पूर्व की तरह इंटरलॉकिंग ईंट बिछबाकर पक्का करा देना चाहिये। जिससे स्थानीय लोगों के अलावा राहगीरों को भी आराम हो जाये।