
- सोमवार को बाघ के हमले से हुई थी किसान की मौत
- इस घटना के बाद ग्रामीणों ने वन विभाग की चौकी समेत कई वाहनों को फूंका था
पीलीभीत । गजरौला थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात बाघ के हमले में किसान की मौत के बाद हुई आगजनी और पथराव की घटना को संज्ञान में लेकर मंगलवार को पुलिस ने 25 लोगों को गिरफ्तार किया है। एतिहातन तौर पर गांव में भारी फोर्स तैनात हैं।
पीलीभीत टाइगर रिजर्व के अंतर्गत माला रेंज में गोयल कॉलोनी में रहने वाला सुबेन्दू विश्वास (35) सोमवार की देर शाम को कुछ ग्रामीणों के साथ घर के बाहर बैठकर बातें कर रहा था। इस बीच घात लगाए बाघ ने ग्रामीणों पर हमला कर दिया। इस दौरान बाघ ने सुबेन्दु को दबोच लिया, जिससे उसकी मौके पर मौत हो गई।
किसान की मौत की सूचना देने के बाद भी वन विभाग की टीम के नहीं पहुंचने पर आक्रोशित ग्रामीणों ने वन विभाग की बैरियर चौकी सहित उनकी गाड़ियों को फूंक दिया। जमकर तोड़फोड़ कर हंगामा किया।
आगजनी की सूचना पर सीओ सिटी सहित कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की, लेकिन गांववाले शव को जमीन पर रखकर बाघ को पकड़ने और मुआवजे की मांग पर अड़ गए। इस पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर ग्रामीणों को खदेड़ा और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था। परिजनों का आरोप है कि बाघ के हमले से किसान की मौत हो गई। बाघ को पकड़ने की मांग करने पर वन विभाग के अधिकारियों व पुलिस ने ग्रामीणों पर लाठीचार्ज कर दिया।
वन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर राजा राम मोहन का कहना है कि बीती रात बाघ हमले से किसान की मौत के बाद ग्रामीणों ने माला रेंज की चौकी सहित दफ्तर व गाड़ियों में आग लगा दिया गया था। पुलिस ने आगजनी में शामिल 25 लोगों को गिरफ्तार कर जेल दिया है। इस मामले में 50 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। साथ ही गांव में पुलिस बल को तैनात कर वन विभाग की टीम ने बाघ की तलाश शुरू कर दी।