[ बाघ को पकड़े लिए लगा जाल ]
दैनिक भास्कर ब्यूरो
पूरनपुर-पीलीभीत। हाल में चार किसानों को मौत के घाट उतरने वाले बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति मिलने के बाद रविवार को वन विभाग ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। लेकिन देर शाम तक ऑपरेशन में सफलता नहीं मिली। मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण व वन विभाग की टीम मौजूद रही।
कलीनगर तहसील क्षेत्र के मथना जप्ती में बीते दो माह से आबादी के निकट पहुंचकर बाघ चार किसानों को अपना निवाला बन चुका है। शनिवार को ग्रामीणों ने हाईवे जामकर बाघ को पकड़ने की मांग की। बाघ को ट्रेंकुलाइज करने की अनुमति मिलने के बाद रविवार सुबह वन विभाग की टीम ने बांसखेड़ा गांव में आपरेशन शुरू किया। गांव के पश्चिम दिशा मंदिर के पास झाड़ियां में बाघ की लोकेशन ट्रेस की गई। मंदिर के चारों तरफ खाबर लगाकर बाघ की घेराबंदी की गई। झाड़ियां अधिक होने के कारण बाघ तीन घंटे से अधिक समय तक बाघ लुका छुपी करता रहा।
डॉ. दक्ष गंगवार ने रेस्क्यू वाहन से बाघ को ट्रेंकूलाइज करने के लिए निशान लगाया। झाड़ियां से निकाला बाघ अचानक रेस्क्यू वाहन पर हमलावर हो गया। इसके बावजूद ट्रेंकुलाइज गन से अचूक निशाना मारकर बाघ को डाट मार दी। डॉट लगने के बाद बाघ भागकर झाड़ियां के अंदर चला गया। एक घंटे से अधिक समय तक झाड़ियों में बाघ की कोई लोकेशन नहीं मिली। बाघ को टेंªकूलाइज करने से पहले संसाधन की व्यवस्था नहीं की गई। घंटे बाद भी मौके पर जेसीबी नहीं पहुंची। देर शाम तक वन विभाग के अधिकारी बाघ को रेस्क्यू करने में लग रहे। समाचार लिखे जाने तक बाघ का रेस्क्यू नहीं किया जा सका।
इस दौरान पीटीआर डीडी नवीन खंडेलवाल , माला एसडीओ दिलीप कुमार तिवारी, सामाजिक वानिकी एसडीओ अंजनी कुमार श्रीवास्तव, डॉक्टर दक्ष गंगवार, बरही रेंजर अरुण मोहन श्रीवास्तव, पूरनपुर सामाजिक वानिकी रेंजर श्याम लाल यादव, डिप्टी रेंजर कपिल कुमार सहित तमाम स्टाफ मौके पर मौजूद रहा।