पीलीभीत : उच्च शिक्षा के क्षेत्र में बुरीतरह पिछड़ रहा नगर पंचायत न्यूरिया हुसैनपुर

दैनिक भास्कर ब्यूरो

न्यूरिया-पीलीभीत। जिले का सबसे पुराना कस्बा होना और सबसे बड़ी आबादी के बावजूद भी मूल अधिकारों से वंचित नगर पंचायत न्यूरिया हुसैनपुर उच्च शिक्षा से भी पिछड़ रहा है। कस्बे में गांव जैसी भी मूलभूत सुविधाएं नहीं हैं। नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बावजूद कस्बे में एक भी महाविद्यालय नहीं है। छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए दरबदर भटकना पड़ता है और एक भी इण्टर कॉलेज नही है। कुछ वर्षों पहले एक कन्या इण्टर कॉलेज स्वीकृत हुआ था। कॉलेज के लिए जगह न्यूरिया बस स्टैंड पर मुहैया कराई गई थी। लेकिन राजनैतिक दबाव के चलते उसे दूसरी जगह बनाया गया। कन्या इंटर कॉलेज के नाम से न्यूरिया बस स्टैंड के पास जगह है।

सर दर्द से कम नहीं है एक ही कस्बे के लोगों का दो तहसीलों में विभाजन

इसके बाद सीएचसी भी कस्बे में बनकर अन्य जगह पर बनाया गया। स्थानीय नेताओं ने इस ओर कभी ध्यान नहीं दिया और छात्र-छात्राओं को कीमत चुकानी पड़ रही है। कस्बे में प्राइवेट इंटर कॉलेज संचालित है जो मनमानी फीस वसूलते है। गरीब परिवार के बच्चे उच्च शिक्षा से दूर होते जा रहे हैं। बड़ी आबादी वाले कस्बे को तहसील का दर्जा मिलना चाहिए था। लेकिन वह भी जाती रही। राजनीतिक फायदे के लिए गांव अमरिया में नई तहसील सृजित की गई।

इसके बाद न्यूरिया कस्बे के किसानों को तहसील से आधे- अधूरे ढंग से जोड़कर विभाजित किया गया। उसके बाद से ही किसानों को बड़ी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। न्यूरिया कस्बे के अधिकांश नागरिकों की पहली मांग उच्च शिक्षा के लिए महा विद्यालय की स्थापना है। इसके अलावा न्यूरिया के किसानों को अमरिया तहसील से पुनः हटाकर एक ही तहसील पीलीभीत सदर में जोड़ने की मांग भी अहम है और आगामी चुनाव में यह दोनों बड़े मुद्दे साबित हो सकते हैं।

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