पीलीभीत : मंडी समिति की दुकानों में अनाधिकृत रूप से जमे लोगों पर गिरेगी गाज

  • सिटी मजिस्ट्रेट ने दुकानों के सत्यापन को शुरू की कार्रवाई
  • मंडी में मौजूद अलग-अलग श्रेणी की दुकानें
  • कार्रवाई के आदेश के बाद मचा हड़कंप

दैनिक भास्कर ब्यूरो ,

पीलीभीत। मंडी समिति की दुकानों में अनाधिकृत रूप से मौजूद लोगों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की गई है। सिटी मजिस्ट्रेट ने बताया कि दुकानों का सत्यापन करने के बाद अनाधिकृत रूप से काबिज लोगों को बाहर किया जाएगा।

मंडी समिति पीलीभीत की 531 दुकानों का सत्यापन शुरू कराया जाएगा। कार्रवाई से सरकारी दुकानों में अनाधिकृत रूप से चल रहे खरीद फरोख्त के धंधे पर विराम लगाने की तैयारी है। पूंजीपति लोगों ने मंडी समिति से दुकान हासिल करने के बाद मनमाने तरीके से निजीकरण करते हुए किराए पर उठा दीं।

भ्रष्टाचार की इस व्यवस्था में अंकुश लगाने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट सुनील कुमार सिंह ने दुकानों का सत्यापन करने की बात कही है। मंडी परिसर में इंडियन बैंक के भवन को मिलाकर कल 531 दुकान मौजूद हैं। अलग-अलग श्रेणी में इन दुकानों को किसानों के लिए उपलब्ध कराया जाना था। लेकिन मानवाने तरीके से खरीद फरोख्त होने पर अन्य लोग मंडी की दुकानों में जमे हुए हैं।

मंडी में मौजूद अलग-अलग श्रेणी की दुकानें –

पीलीभीत मंडी परिसर के अंदर श्रेणी ए की 39, बी 98, सी 113, डी 20, गोदाम 51 व किसान बाजार की दुकानें 208 हैं। इनके अलावा एक दुकान में कृषक सेवा केंद्र संचालित है और दूसरी में इंडियन बैंक की ब्रांच चल रही है। कुल दुकानों की बात करें तो 531 दुकान मंडी समिति पीलीभीत की चल रही है और इनका मासिक राजस्व करीब चार लाख रूपये होता है।

बयान – सुनील कुमार सिंह सिटी मजिस्ट्रेट

मंडी की दुकान निजी संपत्ति नहीं है जिसकी खरीद फरोख्त की जाए, दुकानों का सत्यापन कराया जाएगा और जो लोग अनाधिकृत रूप से दुकानों में मौजूद हैं वह सब बाहर होंगे।

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