पीलीभीत: जिलाधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित हुआ कार्यक्रम 

पीलीभीत। बाल तस्करी रोकने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में कार्यशाला आयोजित की गई। महिला एवं बाल कल्याण विभाग के अलावा पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में जरूरी दिशा निर्देश दिए गए हैं।

डीएम संजय कुमार सिंह की अध्यक्षता में कार्यशाला का संचालन जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रगति गुप्ता ने किया। जिलाधिकारी ने कहा कि बाल तस्करी को रोकने में पुलिस और सहायक विभाग सतर्क रहकर काम तो अपराध पर विराम लगेगा। कार्यशाला में अपर पुलिस अधीक्षक विक्रम दहिया ने बाल तस्करी को गंभीरता से लेने की बात कही।

आयोजन में शामिल होने पहुंचे एन. सी. पी. सी.आर से नामित जटाशंकर त्रिपाठी का प्रगति गुप्ता ने स्वागत किया। जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रगति गुप्ता ने पी. पी. टी के माध्यम से बाल तस्करी का सिनेरियो दर्शाया व विस्तृत चर्चा की। कार्यशाला में कहा गया कि बाल तस्करी 60 प्रतिशत भारत  में होती है।

सीमावर्ती क्षेत्रों से कोई भी बच्चा मिलता है तो उसको सुरक्षित तरीके से उसके परिवार तक पहुंचाना होगा। इस कार्य में सहयोगी बॉडी प्रोबेशन,ए.एच. टी. यू., समस्त बाल कल्याण अधिकारी, डी. सी. पी. यू. चाइल्ड हेल्पलाइन, वन स्टॉप सेंटर, बाल कल्याण समिति शामिल हैं। बाल ट्रेफिकिंग एवं माइग्रेशन में अंतर बताया गया।

कहा गया कि बाल तस्कर पीड़ित बच्चे को इस प्रकार बहला फुसला देते हैं कि कि वह तस्कर को अपना रिश्तेदार बताने लगते हैं। इससे बच्चे आसानी से बाल तस्करी का शिकार हो जाते है। कार्यशाला में मुख्य रूप से प्रगति गुप्ता जिला प्रोबेशन अधिकारी, रिसोर्स पर्सन जटाशंकर व अपर जिला अधिकारी अजीत परेश, समस्त यूनिट ए. एच. टी. यू , बाल कल्याण समिति, अध्यक्ष पूर्णिमा पाण्डेय, सदस्य  बबिता सक्सेना, परवेज हनीफ,समस्त बाल कल्याण अधिकारी,जिला बाल संरक्षण इकाई, से  संरक्षण अधिकारी रमन दीप कौर, मीनाक्षी पाठक, स्टॉफ चाइल्ड हेल्पलाइन,निर्वान सिंह, सेंटर मैनेजर तृप्ति मिश्रा आदि मौजूद  रहे।

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