पीलीभीत : डेढ़ घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद पिंजरे में कैद हुई बाघिन

पीलीभीत। देर रात कुत्ते का पीछा करती हुई बाघिन आबादी में किसान के आंगन तक पंहुच गई। आहट पर किसान की नींद खुली तो शोर शराबा करना शुरू किया। आबादी में बाघिन को देखकर खलबली मच गई। बाघिन को खदेड़ने के लिए फार्मरों ने कई राउंड हवाई फायरिंग की। लेकिन बाघिन किसान के आंगन में खड़ी दीवार पर जम गई। फिर कड़ी मशक्कत के बाद बाघिन का रेस्क्यू किया गया तो वन विभाग व फार्मर के परिवार ने राहत की सांस ली।

बाघिन सोमवार रात्रि 2ः00 बजे निगरानी टीम को चकमा देकर कुत्ते का पीछा करती हुई कलीनगर तहसील क्षेत्र के गांव अटकोना निवासी जसविंदर सिंह के घर में पंहुच गई। जसविंदर सिंह ने बताया कि वह सोमवार रात्रि पत्नि और बच्चों के साथ मकान के बरामदे में सोए हुए थे। बाघिन कुत्ते का पीछा कर चारपाई के पास पहुंच गई।

बचने के लिए कुत्ता कमरे में जाकर घुस गया। आहट पर स्वजनों की नींद खुल गई। जसविंदर सिंह ने बताया कि बाघिन को देख वह घबराएं नहीं साहस दिखाते हुए पड़ोस में ही रखी मच्छरदानी के डंडों से बाघिन पर हमलावर हो गए। शोर शराबा करने पर बाघिन पड़ोस के ही सुखविंदर सिंह के घर में पहुंच गई। घर के अंदर बाघिन की धमा चौकड़ी से खलबली मच गई। शोर शराबा सुनकर आस पड़ोस के सैकड़ो लोग एकत्र हुए। बताया जा रहा हैं कि बाघिन को खदेडने के लिए कई राउंड हवाई फायरिंग की गई।

जिसके बाद बाघिन घर के आंगन में खड़ी दीवार पर जाकर बैठ गई। आबादी में बाघिन के घुसने की जानकारी पर वन विभाग में हड़कंप मच गया। रात्रि में ही वन विभाग के अधिकारी स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे। आंगन में खड़ी दीवार के चारों तरफ खाबर लगाकर परिवार को सुरक्षित किया। ग्रामीणों ने वन विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा किया।

पीटीआर डीएफओ नवीन खंडेलवाल के पहुंचने पर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू हुआ और तीन डाट मारने के बाद बाघिन को पिंजरे में कैद किया गया।
इंसेट बयान– नवीन खंडेलवाल, उप निदेशक पीटीआर। बाघिन को ट्रैकुलाइज के बाद सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है, अब वह पूरी तरह स्वस्थ है। मेडिकल परीक्षण के बाद उच्चाधिकारियों के निर्देशन में बाघिन को छोड़ा जाएगा।

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