पीलीभीत। विश्व बाघ दिवस पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में उपनिदेशक पीलीभीत टाइगर रिजर्व ने बाघ मित्रों के योगदान को सराहा गया।
सोमवार को विश्व प्रकृति निधि एवं पीलीभीत टाइगर रिजर्व के संयुक्त कार्यक्रम में विश्व बाघ दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया। आयोजन के मुख्य अतिथि पीलीभीत टाइगर रिजर्व के उपनिदेशक एवं प्रभागीय वनाधिकारी मनीष सिंह रहे।
मनीष सिंह ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जीवन अनमोल है और इसकी सुरक्षा प्राथमिकता में होनी चाहिए। वन क्षेत्र से लगे गांव के लोगों को संदेश देते हुए मनीष सिंह ने बताया कि जिन स्थानों पर वन्य जीव की चहल कदमी बनी रहती है वहां पर जाने से बचना होगा। उन्होंने कहा इससे वन्य जीव संरक्षण भी होगा और लोगों का जीवन भी सुरक्षित रहेगा। इसके साथ ही कार्यक्रम में उपनिदेशक पीलीभीत टाइगर रिजर्व मनीष सिंह ने बाघ मित्रों के योगदान की प्रशंसा की।
उपप्रभावीय वन अधिकारी रमेश चौहान ने बाघों के विचरण करने पर सावधानियां बताई। पूर्व ग्राम वन समिति के अध्यक्ष बनवारी लाल ने बाघों के महत्व और मानव जीवन पर विस्तार से चर्चा की। इसके साथ ही पीलीभीत टाइगर रिजर्व की सभागार में पीसी आयोजित करते हुए वन विभाग ने विश्व बाघ दिवस पर प्रकाश डाला। इस मौके पर मुख्य रूप से वरिष्ठ परियोजना अधिकारी नरेश कुमार, वन क्षेत्र अधिकारी बराही अरुण मोहन, हरिपुर से आरएस विष्ट, दियोरिया लल्लन स्वरूप, प्रमोद कुमार आदि उपस्थित रहे।