पीलीभीत : जंगल से निकलकर आबादी में पहुंचा बाघ, ग्रामीणों में दहशत

दैनिक भास्कर ब्यूरो
पीलीभीत। घुंघचाई टाइगर रिजर्व के जंगल से निकलकर आबादी वाले क्षेत्र में पहुंचे बाघ की चहल कदमी से ग्रामीणों में दहशत बनी हुई है। गुस्साए ग्रामीणों ने उच्च अधिकारियों को सूचना देने के बाद काफी हंगामा काटा, आनन फानन में पहुंचे पीटीआर के नशे में धुत बन दरोगा से काफी नोकझोंक हुई। इसके बाद समाजिक वानिकी के कर्मचारियों व जरा चैकी व घुंघचाई पुलिस के पहुंचने के बाद गुस्साए लोगों को शांत कराया गया। थाना गजरौला की जरा चैकी क्षेत्र के पीटीआर से निकलकर मनहरिया खुर्द में जंगल से कुछ ही दूरी पर खन्नौत नदी के पास एक सप्ताह पूर्व एक आवारा पशु को अपना शिकार बना लिया था। क्षेत्रीय ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। जिसके बाद तीन जून से समाजिक वानिकी कर्मचारी लगातार मानिटरिंग पर लगे रहे।
एक सप्ताह से डेरा जमाए बाघ बृहस्पतिवार देर रात खन्नौत नदी से निकलकर बिट्टू सिंह के मकान के पास चहलकदमी करने लगा। बाघ की चहलकदमी से क्षेत्र के ग्रामीण दहशत में आ गए। बाघ होने की जानकारी लगने पर बड़ी मात्रा में ग्रामीण इकट्ठे हो गए। अधिकारियों को फोन पर बाघ की सूचना देने के बाद हंगामा काटने लगे। ग्रामीणों ने ट्रैक्टर की लाइटों लगाकर शोर-शराबा किया। जिससे टाइगर हरदोई ब्रांच नहर की पटरी पर पहुंच गया। मौके पर मौजूद समाजिक वानिकी की टीम की गाड़ी के आगे काफी देर टाइगर खड़ा रहा। जिसके बाद झाडि़यों में चला गया।
शुक्रवार सुबह होते ही फिर टाइगर की चहलकदमी देखी गई। जिसके बाद टाइगर को पकड़ने के लिए पिजड़ा लेकर मौके पर टीम के साथ पहुंचे सामाजिक वानिकी डीएफओ संजीव कुमार के साथ सामाजिक वानिकी रेंजर कपिल कुमार, माला रेंजर मोहम्मद नदीम, वन दारोगा रामाधार, प्रकाशवीर, वन रक्षक कौशलेंद्र, हर्षित मिश्रा, टाइगर ट्रैकर सुरेश, कधई व डब्ल्यूडब्ल्यूएफ के प्रेमचंद्र, अदनान रजा, ग्राम प्रधान कुलबीर सिंह फौजी सहित आदि लोग मौजूद रहे।
नशे में झूम रहे वन दरोगा पर भड़के गांव के लोग
नशे में धुत वन दरोगा मोहित के देर से पहुंचने पर गुस्साए ग्रामीण देर रात हंगामे के बीच देर से पहुंचे वन दरोगा से तीखी नोकझोंक होने लगी। इस बीच नशे से हड़बडाकर दरोगा ने अपना क्षेत्र होने से इंनकार कर दिया। यह शब्द सुनते ही ग्रामीणों ने दरोगा का घेराव कर हंगामा काटा। इसी बीच सामाजिक वानिकी टीम व पुलिस स्टाफ प्रयास से बमुश्किल ग्रामीणों को समझाया गया।