नई दिल्ली
कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus pandemic) को रोकने के लिए आगे की रणनीति 96 घंटे के भीतर होने वाली 38 बैठकों में बनेगी। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कैबिनेट के वरिष्ठ साथियों संग बैठक कर शुरुआत कर चुके हैं। रविवार को गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से अहम मुलाकात करेंगे। फिर 16 जून को 21 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के साथ पीएम मोदी की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग होगी। अगला दिन बाकी बचे 15 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से इनपुट लेने और सुझाव देने में जाएगा। 96 घंटों के इस मंथन से अगले दो महीने की रणनीति बाहर आ सकती है।
रिव्यू मीटिंग में पांच राज्य पर फोकस
प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को गृह मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री समेत वरिष्ठ प्रशासनिक और स्वास्थ्य अधिकारियों संग समीक्षा बैठक की। पीएमओ ने एक बयान में कहा, “हमने देखा कि कुल मामलों में से दो-तिहाई पांच राज्यों में हैं, खासतौर से बड़े शहरों में। डेली केसेज की पीक से निपटने की चुनौतियों को देखते हुए टेस्टिंग बेहतर करने के साथ-साथ बेड्स की संख्या और सेवाओं को बेहतर करने पर चर्चा हुई।” शहर और जिले के हिसाब से अस्पतालों और आइसोलेशन बेड्स की जरूरत प्रधानमंत्री नोट करते रहे। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्रालय को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ मिलकर इमर्जेंसी प्लानिंग के निर्देश दिए हैं।
दिल्ली में शाह की केजरीवाल संग बैठक
गृह मंत्रालय में आज अमित शाह और अरविंद केजरीवाल की मुलाकात होगी। इसमें स्टेट डिजास्टर मैनेजमेट अथॉरिटी (SDMA) के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) डायरेक्टर डॉ रणदीप गुलेरिया भी मीटिंग का हिस्सा होंगे। दिल्ली में कोरोना वायरस से हालात काफी खराब हैं। वहां पिछले दो दिन में दो-दो हजार से ज्यादा केसेज आए हैं। राजधानी के हालात की चर्चा शनिवार की समीक्षा बैठक में भी हुई। पीएम ने केंद्र, राज्य और एमसीडी प्रशासन के बीच कोऑर्डिनेशन पर जोर देते हुए कहा कि मिलकर लड़ते हुए ही कोरोना को हराया जा सकता है।
दो दिन तक राज्यों संग माथापच्ची करेंगे प्रधानमंत्री
अपने साथियों से इनपुट्स लेने के बाद 16-17 जून को प्रधानमंत्री राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से मुखातिब होंगे। एक साथ 29 राज्यों और 7 केंद्रशासित प्रदेशों को समय दे पाना संभव नहीं, इसलिए उन्हें दो ग्रुप्स में बांट दिया गया है। पीएम मोदी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली इस बैठक में राज्यों से उनकी तैयारी और आगे की रणनीति पर बात कर सकते हैं। जो 5 राज्य चिन्हित किए गए हैं, उनके लिए अलग से प्लान तैयार होगा। इस मीटिंग में उनके लिए अलग ब्रीफिंग रखी जा सकती है।
अनलॉक 2 या लॉकडाउन 5.0?
मीटिंग में अनलॉक 1 की गाइडलाइंस पर राज्यों का फीडबैक लिया जाएगा। एक पॉइंट केसेज में उछाल का भी उठ सकता है। लॉकडाउन हटने के बाद से करोनो के केसेज बढ़े हैं। कुछ राज्यों ने सख्ती बढ़ा दी है। मीटिंग में बाकी राज्य भी केंद्र की तरफ से ऐसे निर्देशों की मांग कर सकते हैं। रेल सेवाएं पूरी तरह बहाल नहीं हुई हैं, इसके अलावा मेट्रो भी बंद है। अगर अनलॉक 2 की ओर बढ़ने का फैसला होता है तो ये सेवाएं शुरू हो सकती हैं।