असम दौरे पर पीएम मोदी, बोले- मेरे नौजवानों के उज्जवल भविष्य का ये शिलान्यास

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को मिशन असम पर हैं। अपने दौरे की शुरुआत उन्होंने कार्बी से की। यहां पहुंचने के बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भव्य स्वागत किया गया है। पीएम मोदी भी प्रोटोकॉल तोड़कर लोगों के बीच पहुंच गए है। पीएम मोदी ने यहां स्थानीय लोगों के साथ कलाकारों से भी मुलाकात की।

इस मौके पर पीएम मोदी ने एक रैली में भी हिस्सा लिया। रैली का नाम शांति, सद्भाव और विकास रखा गया है। रैली को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा- आज जो शिलान्यास हुए वो सिर्फ इमारत का शिलान्यास नहीं है। ये मेरे यहां के नौजवानों के उज्जवल भविष्य का शिलान्यास है। पीएम मोदी ने कहा आप लोगों ने मुझे बुद्धि से कम दिलों से ज्यादा समझाया है। एक परिवार के सदस्य के रूप में मुझे स्वीकार किया है।

बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो पाएंगी

पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा, इन शिलान्यास से उच्च शिक्षा के लिए यहीं पर अब उचित व्यवस्था होने से गरीब से करीब परिवार भी अपनी संतान को बेहतर शिक्षा दे पाएगा। किसानों और पशुपालकों के लिए भी इन संस्थानों से यहीं पर बेहतर सुविधाएं उपलब्ध हो पाएंगी।

75हजार अमृत सरोवर का लक्ष्य देश को बढ़ा रहा आगे

आजादी के अमृत महोत्सव में देश ने जो संकल्प लिए हैं। उसमें से एक महत्वपूर्म संकल्प अमृत सरोवर के निर्माण से जुड़ा संकल्प। हर जिले में कम से कम 75हजार अमृत सरोवर का लक्ष्य लेकर देश आगे बढ़ रहा है। कुछ दिन पहले ही जम्मू-कश्मीर से इसकी शुरुआत की थी। आज असम में भी 2600 से भी ज्यादा अमृत सरोवर बनाने का काम शुरू हो रहा है। ये सरोवरों का निर्माण पूरी तरह जनभागीदारी पर आधारित है।

आपके सपने हमारा संकल्प बने, इस काम के लिए हम और आप दोनों मिलकर जुटे हैं। पूरा देश देख रहा है, बीते वर्षों में हिंसा, अराजकता जैसी समस्याओं का समाधान किस तरह किया जा रहा है। इस क्षेत्र में कभी हिंसा और बम और गोली की आवाज सुनाई देती थी। आज तालियां गूंज रही हैं। जयकारा हो रहा है। सभा में माताओं-बहनों का बड़ी संख्या में आना यहां शांति के प्रयासों को बल देते हैं। असम में सरकार और समाज के सामूहिक प्रयासों से जैसे-जैसे शांति लौट रही है, वैसे-वैसे पुराने नियमों में भी बदलाव किया जा रहा है।

आम फोर्सेस पावर एक्ट कई इलाकों में रहा

लंबे समय तक आम फोर्सेस पावर एक्ट कई इलाकों में रहा है। बीते आठ वर्षों में स्थायी शांति और बेहतर कानून व्यवस्था लागू होने के कारण हमने आफ्सपा को कई क्षेत्रों से हटा दिया है। बीते 8 वर्षों में पूर्वोत्तर में हिंसा के मामलों में 75 फीसदी की कमी आई है। पहले त्रिपुरा और मेघालय से अफस्पा को हटाया गया। पहले की सरकारें इसको लगातार आगे बढ़ाती रही। बीते वर्षों में हालात को ऐसे संभाला गया कि असम के 23 जिलों से आफस्पा हटा दिया गया है।

डबल इंजन सरकार के कार्यों का कमाल

बीजेपी की डबल इंजन की सरकार जहां भी हो, वहां सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास इसी भावना से काम करते हैं। ये संकल्प कार्बी की धरती पर सशक्त हुआ है। असम की स्थायी शांति और तेज विकास के लिए जो समझौता हुआ था, उसको आज जमीन पर उतारने का काम तेज गति से चल रहा है। उस समझौते के तहत एक हजार करोड़ रुपए के अनेक प्रोजेक्ट का शिलान्यास आज यहां पर किया गया है। डिग्री कॉलेज हो, वेटेरनरी कॉलेज हो, एग्रीलकल्चर से लेकर सभी संस्थान यहां के युवाओं को नए अवसर देने वाले हैं।

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