
नई दिल्ली । कांग्रेस से बागी हुए सिंधिया गुट के 22 विधायक को बुधवार को मनाने बेंगलुरु पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को कर्नाटक पुलिस ने रमादा होटल के बाहर ही रोक दिया। इसके बाद सभी कांग्रेस नेता सड़क पर धरने पर बैठ गए, बाद में पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। दिग्विजय ने कहा है कि अब वे थाने में भूख हड़ताल करेंगे।
दिग्विजय सिंह बेंगलुरु पुलिस द्वारा हिरासत में लिये जाने के बाद पत्रकारों से बातचीत में कहा कि पुलिस हमें कांग्रेस विधायकों से मिलने नहीं दे रही है। मैं मध्य प्रदेश का राज्यसभा उम्मीदवार हूं। 26 तारीख को राज्यसभा चुनाव के लिए विधानसभा में वोटिंग होनी है। हमारे विधायकों को यहां होटल में बंधक बनाकर रखा गया है। वे हमसे बात करना चाहते हैं, लेकिन उनके मोबाइल छीन लिए गए। भाजपा नेता अरविंद भदौरिया कुछ गुंडे के साथ अंदर हैं। विधायकों की जान को खतरा है। मेरे पास हाथ में ना बम है, ना पिस्तौल है और ना हथियार है। फिर भी पुलिस मुझे क्यों रोक रही है।
बैंगलोर पुलिस ने मुझे और मेरे साथ श्री सज्जन वर्मा,श्री तरुण भनोट,श्री लखन यादव,श्री लखन घनघोरिया,श्री जीतू पटवारी,श्री सचिन यादव,श्री हर्ष यादव,श्री कान्तीलाल भूरिया,श्री आरिफ मसूद कर्नाटक कांग्रेस अध्यक्ष श्री डी के शिवकुमार एवं अन्य कांग्रेस नेताओं को हिरासत में लिया। @INCMP pic.twitter.com/sbQM0LVDIA
— Umang Singhar (@UmangSinghar) March 18, 2020
दिग्विजय के अलावा मंत्री तरुण भनोत, सज्जन सिंह वर्मा, हर्ष यादव, विधायक कांतिलाल भूरिया, आरिफ मसूद, कुणाल चौधरी भी बेंगलुरु गए हैं। यहां पहुंचने पर कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार उन्हें लेने पहुंचे थे। शिवकुमार ने येदियुरप्पा सरकार पर सरकारी मशीनरी के दुरुपयोग का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि हमारी भी अपनी रणनीति है। मौजूदा हालात में मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता यहां अकेले नहीं है। मैं हमेशा उनके साथ खड़ा हूं।
मुख्यमंत्री कमलनाथ भी राज्यपाल को पत्र लिखकर बेंगलुरु से 22 विधायकों को वापस लाने की मांग कर चुके हैं। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने उनके विधायकों को बंधक बना रखा है। उनके लौटने तक फ्लोर टेस्ट नहीं कराया जा सकता है। इससे पहले जीतू पटवारी समेत कमलनाथ सरकार के चार मंत्री बागी विधायकों से मिलने की कोशिश कर चुके हैं। तब पुलिस ने पटवारी समेत अन्य मंत्रियों को रिसॉर्ट के बाहर ही रोक दिया था।