- डाक विभाग ई-बैकिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 25 अप्रैल से सिस्टम को अपडेट करना शुरू करेगा
मुुरादाबाद। डाक विभाग डाकघर के खाता धारकों को ई-बैकिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 25 अप्रैल से सिस्टम को अपडेट करना शुरू कर दिया जाएगा। यह काम एक-दो मई तक पूरा हो जाएगा। मई के पहले सप्ताह से डाकघर के खाता धारकों को ई-बैकिंग की सुविधा मिलना शुरू हो जाएगा। इसके बाद डाकघर के खाता धारक भी गूगल पे से शीघ्र भुगतान कर पाएंगे। इसके बाद पेंशनर व मनरेगा के श्रमिकों को सबसे से अधिक लाभ होगा।
देश भर में डाक विभाग ग्राहकों को यह सेवा मई के पहले सप्ताह में दो मई से उपलब्ध कराने जा रहा है। डाकघर की बचत बैंक में गांव के लोग छोटी-छोटी राशि जमा करते हैं। पेंशन डाकघर के बचत खाते में आती है। समय बदलने के साथ सरकार ने मनरेगा श्रमिक की मजदूरी भी डाकघर के बचत खाते में भेजी जा रही है। बचत खाते से रुपये निकालने के लिए ग्राहक को डाकघर के काउंटर पर जाना पड़ता है। गांव के डाकघर में कई बार रुपये नहीं होने से ग्राहकों को खाली हाथ लौटना पड़ता है। मुख्य डाकघरों में काउंटर से रुपये निकालने के लिए लाइन लगती है। किसान विकास पत्र व डाकघर के अन्य बचत योजना के पूरे होने पर डाकघर के बचत खाता में रुपये जमा कर देते हैं। डाक विभाग बचत खाता धारकों को अन्य बैंकों की तर्ज पर ई-बैकिंग की सुविधा उपलब्ध कराने जा रहा है।
इसके लिए बचत खाता धारकों को मोबाइल पर एप डाउन लोड करना होगा। पंजीयन कराने के बाद एसएमएस द्वारा यूजर आइडी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके बाद ग्राहक गूगल पे, फोन पे के अलावा अन्य ई-भुगतान कर पाएंगे। ई-बैकिंग द्वारा डाकघर में जमा रुपये को किसी बैंक के खाते में भेज सकेंगे। इस व्यवस्था के बाद मनरेगा श्रमिक को मजदूरी निकालने के लिए डाकघर जाने की आवश्यकता नहीं होगी। गूगल पे से रोजमर्रा का सामान खरीद पाएंगे। पेंशनर धारक डाकघर से रुपये निकालने के बजाय ई-भुगतान कर दवाई आदि मंगा सकते हैं।
प्रवर डाक अधीक्षक वीर सिंह ने बताया कि डाक विभाग डाकघर के खाता धारकों को ई-बैकिंग की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए 25 अप्रैल से सिस्टम को अपडेट करना शुरू कर दिया जाएगा। सिस्टम अपडेट करने का काम एक मई तक पूरा हो जाएगा। दो मई से डाकघर के खाता धारकों को ई-बैकिंग की सुविधा मिलना शुरू हो जाएगा। सिस्टम को अपडेट करने के दौरान डाकघर का नेटवर्क बाधित भी हो सकता है।