28 मई को भारतीय नौसेना का हिस्सा बनेगा शक्तिशाली युद्धपोत ‘INS तमाल’, पाकिस्तान की उड़ेगी नींद

नई दिल्ली। पाकिस्तान को एक और बड़ा झटका लगा है। भारत की रक्षा क्षमताओं को मजबूती देने के लिए रूस ने मल्टी रोल स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट ‘INS तमाल‘ की डिलीवरी में तेजी कर दी है। शक्तिशाली युद्धपोत INS तमाल 28 मई को नौसेना के बेड़े का हिस्सा बन जाएगा।

बता दें कि पाकिस्तान को हर समय यह डर सता रहा है कि भारत उस पर कभी भी हमला कर सकता है। पाकिस्तान की नौसेना ने समुद्री मार्ग से पूरे देश की घेराबंदी कर रखी है और युद्ध में भारत से जीतने की गीगड़ भभकी दे रहा है। लेकिन भारतीय नौसेना के बेड़े में मल्टी रोल स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल फ्रिगेट ‘तमाल’ की एंट्री पाकिस्तानी नौसेना के लिए एक और बड़ी चुनौती होगी।

INS तमाल की विशेषता

  • यह समुद्र में 30 नॉटिकल मील प्रति घंटे की रफ्तार से चलने में सक्षम है और एक बार में 3000 किलोमीटर तक की दूरी तय कर सकती है।
  • इससे एंटी शिप ब्रह्मोस मिसाइल भी फायर की जा सकती है, जो इसकी मारक क्षमता को बढ़ाती है।
  • ‘तमाल’ को खासतौर पर एंटी सबमरीन वॉरफेयर के लिए डिजाइन किया गया है। इसमें एंटी सबमरीन रॉकेट्स और टॉरपीडो भी मौजूद हैं।
  • INS तमाल का वजन 3900 टन होगा।
  • इस युद्धपोत पर एक हेलीकॉप्टर को भी तैनात किया जा सकता है, जो टोही और अन्य अभियानों में सहायता करेगा।

INS तमाल का भारतीय नौसेना में शामिल होना देश की समुद्री सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है और यह हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की सैन्य क्षमता को और मजबूत करेगा। यह पाकिस्तान के लिए एक स्पष्ट संदेश भी है कि भारत अपनी रक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है।

रूस में चल रहा है नौसेना के क्रू का प्रशिक्षण

‘तमाल’ को रूस के यांतर शिपयार्ड में बनाया जा रहा है और इसे दुनिया की सबसे घातक युद्धपोतों में गिना जाता है। इस युद्धपोत से दुनिया की सबसे खतरनाक एंटी शिप मिसाइल ब्रह्मोस को दागा जाएगा। नौसेना के क्रू को रूस में ‘तमाल’ का उपयोग करने के लिए गहन प्रशिक्षण दिया जा रहा है।

2016 में हुआ था समझौता

भारत और रूस के बीच 2016 में एक समझौता हुआ था, जिसके तहत रूस को 4 तलवार क्लास स्टेल्थ फ्रिगेट्स बनाने का जिम्मा सौंपा गया था। इस श्रृंखला का पहला युद्धपोत, INS तुशील, 9 दिसंबर 2024 को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा भारतीय नौसेना में शामिल किया गया था। अब इसी कड़ी में दूसरा युद्धपोत, INS तमाल भी भारतीय नौसेना के युद्ध बेड़े का हिस्सा बनने जा रहा है।

आखिरी आयातित युद्धपोत

भारतीय नौसेना में तलवार क्लास के युद्धपोत 2003 से ही शामिल होने लगे थे। वर्तमान में भारतीय नौसेना के पास इस क्लास के 6 युद्धपोत मौजूद हैं। इनमें से 4 को ब्रह्मोस मिसाइल से लैस किया जा चुका है और 2 को ब्रह्मोस से लैस करने की तैयारी चल रही है। INS तमाल भारतीय नौसेना का आखिरी आयातित युद्धपोत होगा। भारतीय नौसेना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि इसके बाद कोई भी युद्धपोत बाहर से नहीं खरीदा जाएगा, जो ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल को बढ़ावा देता है।

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