प्रयागराज : हिंसा में फंडिंग के मिले सुराक, जांच में जुटी पुलिस


प्रयागराज। जुमे की नमाज में शुक्रवार को हुए दंगे में टेरर फंडिंग की बात सामने आ रही है। जांच एजेंसियों ने दंगों के मास्टर माइंड 40 उपद्रवियों के 37 खातों की जांच शुरू कर दी है। शुरुआती जांच में कुछ खातों में फंड ट्रांसफर होने की बात सामने आई है।
सूत्रों ने बताया कि कानपुर दंगों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया संगठन का नाम सामने आया था। करोड़ों रुपये मुख्य साजिशकर्ता के खाते में ट्रांसफर किए गए थे। प्रयागराज में संगठित रूप से हुए दंगों की साजिश में भी फंडिंग की बात सामने आ रही है। इतनी बड़ी संख्या में उपद्रवियों का इकट्ठा होना, धर्म गुरुओं के सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने की अपीलों को दरकिनार कर हिंसा करना, बड़ी संख्या में बम, पेट्रोल बम का तैयार रहना साबित कर रहा है कि दंगों के पीछे सोझी-समझी रणनीति थी। इस रणनीति के पीछे फंडिंग की भी बात सामने आ रही है।

यही कारण है कि जांच एजेंसियां और पुलिस उन 40 मुख्य साजिशकर्ताओं के खातों की डीटेल खंगालनी शुरू कर दी है जो हिंसा को भड़काने के लिए गिरोहबंदी कर रहे थे। अभी तक की जांच में 37 खातों में संदिग्ध लेनदेन की बात सामने आ रही है। इनमें से ज्यादातर के खाते एसीआई में हैं। कानपुर के बाद प्रयागराज में भी एक सप्ताह पूर्व से ही बंद और प्रदर्शन का आह्वान किया गया था। ऐसे में पीएफआई से जुड़े साजिशकर्ताओं की भूमिका की जांच शुरू कर दी गई है। साजिशकर्ताओं पर ईडी की भी निगाह है। प्रयागराज रेंज के आईजी राकेश सिंह ने बताया कि साजिश में जो भी लोग शामिल रहे हैं उनकी भूमिका की बारीकी से जांच की जा रही है। इनके बैंक खातों, उनमें पिछले एक सालों में हुए लेन-देन का ब्यौरा जुटाया जा रहा है।

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