यूपी में तेज हुईं नगरीय चुनाव की तैयारियां, नगर विकास विभाग ने काम में तेजी लाने के दिए निर्देश

लखनऊ । उत्तर प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव को लेकर प्रदेश सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग ने तैयारियां तेज कर दी हैं। नवंबर के दूसरे सप्ताह तक आरक्षण का काम पूरा हो सकता है। इसके बाद नवंबर के अंतिम सप्ताह में ही निर्वाचन आयोग चुनाव की तिथियों की घोषणा कर सकता है।

राज्य निर्वाचन आयोग के विशेष कार्याधिकारी एसके सिंह का कहना है कि परिसीमन का कार्य पूरा करने के बाद नवंबर के दूसरे सप्ताह तक मतदाता सूची की पुनरीक्षण और आरक्षण का कार्य समाप्त हो जाएगा। फिर निर्वाचन आयोग चुनाव कार्यक्रम तैयार कर नगर विकास विभाग से मंजूरी लेकर नवंबर के अंतिम सप्ताह तक चुनाव की तिथियों की घोषणा कर देगा।

गौरतलब है कि पिछली बार वर्ष 2017 में प्रदेश के नगरीय निकायों के चुनाव अक्टूबर-नवंबर माह में कराए गए थे, लेकिन इस बार चुनाव में विलंब हो रहा है। हालांकि प्रदेश के नगर विकास मंत्री एके शर्मा कई बार कह चुके हैं कि चुनाव समय से ही होंगे, लेकिन इस बार निकायों की संख्या बढ़ने और पुराने निकायों के सीमा विस्तार के कारण परिसीमन आदि कार्यों में समय लगने से दिसंबर से पहले चुनाव के आसार नहीं दिख रहे हैं।

इस बार 762 निकायों के होंगे चुनाव

वर्ष 2017 में प्रदेश में कुल 652 नगरीय निकायों के चुनाव हुए थे, लेकिन इस बार राज्य सरकार ने कई नये निकायों का गठन किया, जिससे इनकी संख्या बढ़कर 762 हो गई है। इसके अलावा सरकार ने समय-समय पर कई निकायों का सीमा विस्तार भी किया है। इससे वार्डों की संख्या में भी इजाफा हुआ है। हालांकि अधिकतर निकायों में वार्डों के गठन का काम पूरा हो गया है और उन नगरीय निकायों में अन्य पिछड़ा वर्ग की गिनती के लिए रैपिड सर्वे कराने का काम भी तेजी के साथ जारी है।

नगर विकास विभाग ने काम में तेजी लाने के दिए निर्देश

उधर, नगर विकास विभाग ने चुनाव के लिए सभी तैयारियों में तेजी लाने का निर्देश जारी किया है। विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात ने संबंधित अधिकारियों से कहा है कि आवश्यकता हो तो अतिरिक्त कर्मचारियों को लगाकर निकाय चुनाव की सारी तैयारियां समय से पूरी कराई जाएं।

राजनीतिक दलों ने भी तेज कीं चुनावी गतिविधियां

चूंकि नगरीय निकाय चुनाव लोकसभा के आम चुनाव से पहले हो रहे हैं, इसलिए सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने भी इसके लिए अपनी-अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। प्रदेश की सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और प्रमुख विपक्षी समाजवादी पार्टी ने तो चुनाव प्रभारियों को तैनात कर निकायों में अपना माहौल बनाना शुरू कर दिया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह ने पार्टी के राज्य प्रभारी राधामोहन सिंह के साथ पिछले माह ही प्रदेश कार्यालय पर बैठक कर चुनाव का पूरा खाका तैयार किया। प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री संगठन के अलावा पार्टी के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी लगातार प्रदेश के विभिन्न निकायों के दौरे पर भी हैं।

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