बधिरता का इंजेक्शन प्लाज्मा से इलाज करने वाले दुनिया के पहले डॉ बने प्रोफेसर बृजपाल त्यागी

भास्कर समाचार सेवा गाजियाबाद। 18 जनवरी से 23 जनवरी तक दुबई में एक इंटरनेशनल कॉन्फ्रेंस सेमिनार किया गया जिसमें गाजियाबाद के प्रसिद्ध ईएनटी डॉक्टर बृजपाल त्यागी शामिल हुए। डा० त्यागी ने बताया कि प्लाज्मा थैरेपी से मूक-बधिरों के उपचार पर किए गए शोध को इंटरनेशनल ईशन की वार्षिक सैमिनार में बतौर फैक्लटी शामिल होकर प्रस्तुत किया। उनके शोध और सफल उपचार को लेकर एसोसिएशन के इंटरनेशनल मेडिकल जर्नल में डॉ. त्यागी को प्लाज्मा से कान के पर्दों के उपचार करने वाला दुनिया का पहला डॉक्टर बताया गया है। अपनी इस उपलब्धी को मीडिया के सामने रखते हुए डॉ. बीपी त्यागी ने बताया कि वह अब तक पीआरपी रीजेनरेटिव थैरेपी के जरिए 1000 से ज्यादा मरीजों का सफल उपचार कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि इस थैरेपी में मरीज का ही प्लाज्मा लिया जाता है और उसके जरिए बनाए गए इंजेक्शन से गूंगे और बहरे लोगों का उपचार किया जाता है। इस उपचार में सफलता का प्रतिशत 90 है ।उपचार की इस विधी में मरीज का कोई ऑपरेशन नहीं किया जाता और न ही कानों में किसी मशीन को लगाने की जरूरत पड़ती है। मरीज प्राकृतिक तौर पर सुनने और बोलने की क्षमता प्राप्त करता है जो स्थाई रहती है। उन्होंने बताया कि इस विधा पर उन्होंने लंबा शोध किया और अपने शोध पत्र को आईएफओएस में बतौर फैकेल्टी प्रस्तुत किया। शोधपत्र के आधार पर आईएफओएस ने इस विधा का दुनिया का पहला डॉक्टर घोषित किया है।