
भास्कर समाचार सेवा
नोएडा: प्रॉस्टेट कैंसर की बात करें तो डॉ पीयूषा कुलश्रेष्ठ जोकि कंसलटेंट एंड हैड ऑफ़ डिपार्टमेंट ऑफ़ रेडीएशन ऑनकोलॉजी मेट्रो हॉस्पिटल प्रीत विहार व नोएडा हैं |
डॉ पीयूषा बताती हैं,की
प्रॉस्टेट कैंसर पर पुरुषों में मूत्राशय के नीचे अखरोट के साइज की एक ग्रंथि होती है, जब इसमें अनियंत्रित रूप से कोशिकाएं बढ़ती हैं,तो ट्यूमर का विकास होता है, पूरे विश्व मैं प्रोस्टेट कैंसर के 14 लाख से अधिक केस हर साल मिलते हैं|
प्रोस्टेट कैंसर के कुछ प्रमुख लक्षण है –
- पेशाब का रुक रुक कर होना
- पेशाब होने के बाद भी ऐसा लगना कि जैसे पूरी तरह से नहीं हुआ
- बार -बार बाथरूम जाने की इच्छा होना, खासतौर से रात में
4 पेशाब की धार का कम होना|
यदि प्रोटेस्ट कैंसर बड़ी अवस्था में है,तो रोगी की हड्डियों में भी फैल सकता है,और रोगी अक्सर कमर में दर्द की शिकायत करते हैं |
कुछ रोगियों का जब पेशाब बिल्कुल रुक जाता है, तब इमरजेंसी में मूत्राशय में कैथेटर डालना पड़ता है, और प्रोस्टेट कैंसर की जांच शुरू होती है |
यह बढ़ती उम्र के पुरुषों का कैंसर है,
इसकी स्क्रीनिंग बहुत आसान है,प्रॉस्टेट स्पेसिफिक एंटीजन यानी
(पी. एस. ए)
इस ग्रंथि से सिक्रिट होता है, तथा खून में इसकी एक लेवल से ज्यादा मात्रा कैंसर के खतरे से आगाह करती है|
केवल एक खून टेस्ट पी एस ए की रक्त में मात्रा देखकर हम पता कर सकते हैं, कि प्रोस्टेट कैंसर का खतरा है या नहीं |
यदि टेस्ट देखकर लगता है, कि खतरा है तो डॉक्टर रोगी का परीक्षण करते हैं, तथा प्रॉस्टेट बायोप्सी करने की सलाह देते हैं, बायोप्सी यह निश्चित तौर पर बताती है, कि कैंसर है या नहीं क्योंकि प्रोस्टेट की कुछ अन्य बीमारियों में भी (पी. एस.ए) बढा हुआ मिलता है |
सामान्यतः 60 साल से 75 साल तक के पुरुषों को हर साल (पी.एस. ए) स्क्रीनिंग टेस्ट कराना चाहिए|
यह बहुत आसान है आपको केवल एक रक्त का नमूना देना होता है, इसकी रिपोर्ट लेकर यूरोलॉजिस्ट से सलाह करनी चाहिए, प्रोस्टेट कैंसर उत्पन्न करने के कुछ रिस्क फैक्टर होते हैं,
जैसे – धूम्रपान व मोटापा
बायोप्सी से जब निश्चित हो जाता है, कि रोगी को कैंसर है,तब यह पता लगाना की कैंसर किस स्टेज का हैं, तथा हड्डियों या किसी और अंग में फैल तो नहीं गया इसके लिए एम.आर.आई तथा पैट सीटी स्कैन कराते हैं,
तो आप समझ सकते हैं, कि हर वर्ष एक स्क्रीनिंग पी.एस.ए टेस्ट आपको कितनी बड़ी बीमारी से बचा सकता है|
आशा करती हूं आप सभी अपने स्वास्थ्य की तरफ से जागरूक रहेंगे