बैकफुट पर पंजाब सरकार : CM मान ने कहा- 7 जून को 424 VIP को वापस मिलेगी सिक्योरिटी

पंजाब के प्रसिद्ध गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद सुरक्षा वापसी के मुद्दे पर पंजाब सरकार बैकफुट पर आ गई है। इस मामले में हाईकोर्ट पहुंचे पूर्व मंत्री ओपी सोनी की पिटीशन पर मान सरकार ने हाईकोर्ट में कहा कि 7 जून को सभी 424 लोगों की सुरक्षा बहाल कर दी जाएगी। घल्लूघारा दिवस के मद्देनजर सुरक्षा में कटौती की गई थी। घल्लूघारा दिवस 6 जून को है और 7 जून को पुरानी व्यवस्था के अनुसार सुरक्षा लौटाई जाएगी।

हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार के वकील से पूछा कि जिन लोगों के सुरक्षा कवच दिया गया है, उसमें कटौती क्यों की गई थी? क्या कोई विशेष कारण था? सरकार के वकील ने इस पर कहा कि ऑप्रेशन ब्लू स्टार (1984 घल्लूघारा दिवस) की बरसी 6 जून को है। इसके लिए अतिरिक्त बल की जरूरत थी, इस वजह से 424 लोगों की सुरक्षा में अस्थायी रूप से कटौती की गई।

सुरक्षाकर्मियों पर हाईकोर्ट ने की टिप्पणी

किसी व्यक्ति को कितने सुरक्षाकर्मियों की जरूरत है, इस पर भी हाईकोर्ट ने टिप्पणी की है। कोर्ट ने पंजाब सरकार के वकील के पूछा कि क्या सभी को एक-एक गनमैन दे दिया है। सरकार के वकील ने कहा कि सभी की वापस ली गई सुरक्षा 7 जून को वापस कर रहे हैं, यह सिर्फ घल्लूघारा दिवस के कारण घटाई गई। हाईकोर्ट ने कहा कि जिनकी सुरक्षा वापस ली गई है, उन्हें दो-दो सुरक्षा गार्ड दो, यदि किसी को लगता है कि उसे इससे ज्यादा सुरक्षा गार्ड की जरूरत है तो वह उनका खर्च खुद उठाए।

लिस्ट कैसे लीक हुई- हाईकोर्ट

हाईकोर्ट ने पंजाब सरकार के वीवीआईपी की सुरक्षा वापस लेने के बाद उनके नामों की सूची सोशल मीडिया पर लीक होने का भी संज्ञान लिया। हाईकोर्ट ने सरकार के वकील से पूछा कि जिन लोगों की सुरक्षा घटाई गई थी या वापस ली गई, उनकी लिस्ट कैसे लीक हुई। इसकी एक रिपोर्ट सरकार की वकील ने सीलबंद लिफाफे में हाईकोर्ट को सौंप दी। हाईकोर्ट ने सीलबंद लिफाफे में रिपोर्ट को लेने के बाद भी टिप्पणी की है कि सरकार को ऐसे सेंसेटिव मामलों पर विचार करना चाहिए और सोचना चाहिए।

हाईकोर्ट सख्ती से पहले 40 लोगों की सुरक्षा कर की थी वापस

हाईकोर्ट की सख्ती से पहले ही पंजाब में गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या के बाद घिरी भगवंत मान सरकार ने VVIPs की सुरक्षा को लेकर यू-टर्न ले लिया था। आम आदमी पार्टी की सरकार ने 40 VVIPs की सुरक्षा फिर से बहाल कर दी थी।

पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने शनिवार को 424 लोगों की सुरक्षा में कटौती की थी। इस फैसले के बाद सुरक्षा कटौती को सार्वजनिक करने पर मान सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई थी। इसके अगले ही दिन पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला पर उनके गांव के ही पास ताबड़तोड़ गोलियां बरसाकर हत्या कर दी गई थी।

इस बार सरकार ने अपनी गलती से सबक लेते हुए सुरक्षा बहाल करने के समय काफी सतर्कता बरती है और किसी भी व्यक्ति का नाम सार्वजनिक नहीं किया है। VVIPs की सुरक्षा संबंधी ताज़ा रिपोर्ट भी सरकार ने पुलिस विभाग से तलब की है।

हर महीने सरकार करेगी सुरक्षा कवर की समीक्षा

विभागीय सूत्रों के अनुसार मान सरकार ने फैसला लिया है कि जिन लोगों को सुरक्षा प्रदान की है, उन सभी VVIPs के सुरक्षा कवर की हर महीने सरकार समीक्षा भी करेगी। यह भी फैसला लिया है कि राज्य में जितने भी VVIPs ने खतरा बता सुरक्षा की मांग की है, उन्हें तत्काल सुरक्षा कवर मुहैया कराने के आदेश दिए हैं।

इस संबंध में छानबीन बाद में की जाएगी। सरकार ने जिन 40 VIPs की सुरक्षा फिर से बहाल की है उनमें से अधिकतर ने गैंगस्टर्स से खुद को खतरा बताया है।

धर्मगुरुओं की सुरक्षा फिर से बहाल

सरकार ने धर्मगुरुओं की सुरक्षा को भी फिर से बहाल कर दिया है। उन्हें बढ़ाने के भी आदेश दिए हैं। धर्मगुरुओं को पहले से दिए सुरक्षा कवर में अतिरिक्त वाहन और सुरक्षाकर्मी जोड़े जाएंगे। इस बीच, राज्य सरकार ने पुलिस विभाग से VVIP के सुरक्षा कवर के मामले में नए सिरे से रिपोर्ट भी तलब कर ली है।

किस आधार पर घटाई सुरक्षा, जवाब-तलब

VVIP की सुरक्षा को घटाने का जो आकलन अधिकारियों ने लगाकर अपनी रिपोर्ट सरकार को दी, उस पर सरकार ने अफसरों की घेराबंदी शुरू कर दी है। सरकार ने रिपोर्ट तैयार करने वाले अफसरों से ही पूछा है कि किस अधार पर उन्होंने VVIP की सुरक्षा कम करने की सिफारिश की। पंजाब सिंगर सिद्धू मूसेवाला को पहले से थ्रेट था। दिल्ली पुलिस से भी पंजाब पुलिस के पास इनपुट आया था।

मूसेवाला के पास पहले 10 गनमैन थे। थ्रेट की सूचना मिली तो गनमैन पहले चार किए फिर घटा कर दो कर दिए गए। मुख्यमंत्री सुरक्षा घटाने-बढ़ाने की सिफारिशों के सारे विज्ञान को समझाने के लिए अधिकारियों को से जवाब तलबी की है।

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