दर्दनाक बस हादसा: वॉट्सऐप ग्रुप पर पसरा सन्नाटा, जब अचानक पता चला 33 दोस्त नहीं रहे…

मुंबई: दापोली ऐग्रिकल्चर यूनिवर्सिटी में दोस्तों के साथ पिकनिक में प्रवीण रणदीवे को भी जाना था. उनके दोस्त महाबलेश्वर में पिकनिक मनाने जाने वाले थे. इस पिकनिक में प्रवीण रणदीवे को भी शामिल होना था. लेकिन प्रवीण की तबीयत खराब होने की वजह से वह पिकनिक पर नहीं जा पाए. हालांकि इस दौरान वह वॉट्सऐप ग्रुप पर साथियों का अपडेट देखते रहे. तभी अचानक वॉट्सऐप ग्रुप पर सन्नाटा पसर गया. दोपहर के लगभग 12 बजकर 30 मिनट हो चुके थे, प्रवीण को पता चलता है कि जिस बस में उनके दोस्त जा रहे थे वह पोलडपुर के नजदीक एक खाई में गिर गई. घटनास्थल प्रवीण से 180 किलोमीटर की दूरी पर था. हादसे के वक्त बस में सवार 34 लोगों में से 33 की मौत हो गई. अबतक 33 बॉडी को निकाला जा चुका है.

12 बजे के बाद हादसे के बारे में पता चला
रणदीवे ने बताया कि हम सुबह साढ़े 6:30 पर पिकनिक के लिए निकलेवाले थे लेकिन मेरी तबीयत खराब होने के कारण मैं उन्हें जॉइन नहीं कर पाया. रणदीवे के दोस्तों ने वॉट्सऐप ग्रुप पर तस्वीरें भेजनी शुरू कर दीं. उन्होंने बताया कि आखिरी मैसेज लगभग 9 बजकर 30 मिनट पर आया था. वे सभी शायद ब्रेकफास्ट करने के लिए कहीं रुकनेवाले थे. जब मैंने उन्हें मैसेज किया तो कोई जवाब नहीं आया. हमें हादसे के बारे में लगभग साढ़े 12 बजे पता चला.

हादसे में बचने वाले एकमात्र व्यक्ति हैं प्रकाश सावंत
हादसे में मारे गए रणदीवे के सभी साथी 30-45 साल की एज के थे. इस हादसे में बच गए प्रकाश सावंत ने मीडिया को बताया कि कीचड़ और पत्थरों के खिसकने की वजह से बस का टायर फिसल गया और ड्राइवर ने नियंत्रण खो दिया, जिसके चलते यह हादसा हुआ. वह किसी तरह घाटी से ऊपर आने में सफल रहे और उन्होंने ही घटना की सूचना सुबह 10 बजकर 30 मिनट पर यूनिवर्सिटी और पुलिस अधिकारियों को दी. रायगढ़ पुलिस नियंत्रण कक्ष के अधिकारी पी.डी. पाटील के मुताबिक, बस एक वीकली पिकनिक के लिए महाबलेश्वर के रास्ते पर थी, जहां यह घटना हुई. उन्होंने बताया कि घटनास्थल पर मृतकों के शव निकालने के लिए बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है.

क्या कहना है पुलिस का
जिला क्लेक्टर विजय सूर्यवंशी ने बताया कि बस कोंकण क्षेत्र में एक कृषि विश्वविद्यालय के 34 कर्मचारियों को लेकर जा रही थी. बस यहां से करीब 180 किलोमीटर दूर पोलादपुर शहर के निकट अम्बेनाली घाट में 500 फुट गहरी एक खाई में गिर गई.उन्होंने बताया कि दोपहर करीब साढ़े बारह बजे के करीब हुए हादसे में 33 यात्रियों की मौत हो गई. पुलिस अधीक्षक अनिल परास्कर ने बताया कि यात्री पिकनिक के लिए सतारा जिले में स्थित पर्यटन स्थल महाबलेश्वर की ओर जा रहे थे. उसी समय बस चालक ने एक मोड़ पर वाहन से अपना नियंत्रण खो दिया और यह खाई में जा गिरी. उन्होंने बताया कि बस में सवार सभी यात्री दपोली शहर स्थित कोंकण कृषि विद्यापीठ के कर्मचारी थे.

पीएम ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र में एक बस हादसे में लोगों की मौत पर उनके परिजन के प्रति संवेदना प्रकट की. प्रधानमंत्री कार्यालय ने मोदी के हवाले से ट्वीट किया, ‘(मुझे)महाराष्ट्र के रायगढ़ में बस दुर्घटना में लोगों की जान जाने से गहरा दुख हुआ है. उन लोगों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं जिन्होंने अपने प्रियजन गंवाए हैं.

राहुल गांधी ने भी दुख प्रकट किया
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी इस घटना पर दुख प्रकट किया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘मुझे महाराष्ट्र के रायगढ़ की भयावह बस दुर्घटना के बारे में जानकर दुख हुआ जिसमें बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए. मैं क्षेत्र के कांग्रेस कार्यकर्ताओं से घायलों और अपने प्रियजनों को गंवाने वाले परिवारों की यथासंभव सहायता करने की अपील करता हूं.’

सीएम फड़णवीस ने संवेदना जताई
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने भी कहा है कि उन्हें इस दुर्घटना में लोगों की जान जाने से गहरा दुख हुआ है. उन्होंने ट्वीट किया, ‘मेरी संवेदना उन लोगों के प्रति है जिन्होंने अपने प्रियजन खोए हैं और मैं घायलों की शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं.’ उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘‘प्रशासन जरुरी सहायता पहुंचाने के लिए सभी संभव प्रयास कर रहा है. वरिष्ठ अधिकारी एवं आपात प्रबंधन तंत्र इस कार्य में जुट गये हैं. ’’

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