इस मिठास को अगर आप पूरे साल बनाये रखना चाहती हैं तो भाई के लिए अपने प्रेम को दर्शाने का मौका दीजिये। इसके लिए इस रक्षाबंधन पर आप न केवल नए तरीके से विश कर राखी बांधे बल्कि उनके लिए अपने हांथों से राखी की थाल को बनाये और सजाएं भी।
पूजा की थाली में रखें इन चीजों का विशेष ध्यान
पूजा की थाल में कुमकुम, चावल, श्रीफल, राखी, मिठाई और दीपक के साथ एक और जरूरी चीज़ रखनी चाहिए। पुराणों में भी ये कहा गया है कि बिना कलश में रखे जल के पूजा की थाल अधूरी होती है। माना जाता है कि कलश में समस्त देवी देवताओं का वास होता है। इसके अलावा थाली में दही भी रखना चाहिए जो शुभ कार्यों का प्रतीक होता है।
राखी बांधते समय करें इस मंत्र का उच्चारण
भाई को राखी बांधते हुए एक मंत्र जरूर पढ़ें। ये मात्रा भाई की रक्षा के लिए होता है। रखी बांधते वक्त यह मंत्र बोलें…
येन बद्धो बली राजा, दानवेन्द्रो महाबल:।
तेन त्वाम प्रति बच्चामि, रक्षे! मा चल, मा चल।
इस मंत्र के पीछे भाव ये है कि राक्षस राज बली को जिस रक्षा सूत्र से बांधा गया था उसी रक्षा सूत्र से मैं तुम्हें बांधती हूं। हे रक्षासूत्र तू भी अपने कर्तव्यपथ से ना डिगना और इसकी सब प्रकार से रक्षा करना।
राखी बांधने से पहले करें कलश की पूजा
राखी बांधने से पहले घर के किसी पवित्र स्थान पर गोबर से लीप कर उसपर स्वस्तिक बनाएं। इस स्वस्तिक पर पानी से भरा कलश रखें। कलश तांबे का होना चाहिए और इस कलश में आम के पत्तें सजा दें। इन पत्तों पर श्रीफल रख कलश की पूजा करें। इस पूजा के पश्चात ही भाई को राखी बांधे।
ऐसे सजाएं भाई के लिये राखी थाली
- थाल को किसी गोटेदार कपड़े से कवर कर लें। कोशिश करें कि इसका रंग लाल हो।
- थाल के बीच में एक स्वास्थिक बना लें और उसके ऊपर पर मिट्टी का दिया रखें।
- अब थाली में कुछ छोटी कटोरियां रखें और उसमें आप कुमकुम, हल्दी, चावल, दही आदि रखें।
- थाली के लेफ्ट में राखी रखें और राइट में मिठाई रखें।
- थाली में भगवान गणेश को भी रख लें।