रंगोत्सवः मुक्ताकाशीय रंगमंच पर तीन दिन बहेगी सांस्कृतिक रसधारा

प्रख्यात कलाकार और कवि अगले तीन दिन देंगे शानदार प्रस्तुतियां

मंगलवार को प्रख्यात गायक कन्हैया मित्तल भजनों से करेंगे मंत्रमुग्ध

भास्कर समाचार सेवा

मथुरा। आजादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत उ.प्र. ब्रज तीर्थ विकास परिषद मथुरा, उ.प्र. पर्यटन एवं जिला प्रशासन मथुरा के संयुक्त तत्वावधान में जुबली पार्क स्थित मुक्ताकाशीय रंगमंच पर चल रहे पांच दिवसीय रंगोत्सव-2023 के अंतिम तीन दिन 19, 20 व 21 मार्च 2023 को भव्य और मनभावन सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। तीनों दिन स्थानीय व बाहर के नामचीन कलाकार अपनी प्रस्तुत देंगे व इसी बीच कवि सम्मेलन भी होगा। इसमें देश के प्रख्यात कविगण भाग लेंगे।
उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने इस वर्ष के रंगोत्सव को और व्यापक रूप दिया है। हाल ही में परिषद द्वारा नये कलेवर में तैयार कराए गए डैंपियर नगर के भव्य मुक्ताकाशीय रंगमंच को रंगोत्सव के लिए चुना है। मथुरा शहर में जन्मस्थान के अलावा मुक्ताकाशीय रंगमंच पर भी पहली बार पांच दिवसीय होली का रंगोत्सव मनाया जा रहा है। पहले दिन 17 मार्च को बड़ी संख्या में मुक्ताकाशीय रंगमंच पर उमड़ी और वे गदगद होकर घर लौटे। रंगोत्सव में संस्कार भारती महानगर मथुरा, पूर्वांचल सेवा समिति मथुरा एवं ब्रज कला केंद्र मथुरा भी सहयोगी हैं।
मुख्य आयोजक संस्था उप्र ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उप मुख्य कार्यपालक अधिकारी पंकज वर्मा ने जानकारी दी कि 19 मार्च (रविवार) सायं 5 बजे से ब्रज की ख्याति प्राप्त कलाकार माधुरी शर्मा द्वारा ”ब्रज के लोक गीत“ के अलावा बुंदू खान लंगा अपने साथियों के साथ राजस्थानी नृत्य एवं लोकगीत प्रस्तुत करेंगे। कलाकार हरिहर बाबा ”भवई, होली, कालबेलिया“ की प्रस्तुति देंगे। पूर्वांचल गीत संगीत (फगुआ, चैता-चैती व लोकगीत) के कार्यक्रमों के अंतर्गत कलाकार जयराम सिंह, आरा बिहार की आभा द्विवेदी, ब्रजेश बैरागी, वत्स बंधु, चंदौली के श्रवण गुप्ता व संतोष सिंह अपने कार्यक्रम प्रस्तुत कर सांस्कृतिक रसधारा बहाएंगे। 20 मार्च (सोमवार) को सायं पांच बजे से इंदु गुप्ता भजन व लोक गीत प्रस्तुत करेंगी। अगले चरण में काव्यधारा ”सब-रस“ में कविगण डाॅ. विष्णु सक्सेना, डाॅ. सरिता शर्मा, मदन मोहन दानिश, सर्वेश अस्थाना, दिनेश रघुवंशी, डाॅ. ममता शर्मा, डाॅ. रुचि चतुर्वेदी, तुषा शर्मा, राम सरीन व तेज नारायण शर्मा गीत, गजल, कविता व नश्तर प्रस्तुत कर अपनी रचनाओं की रसधारा बहाएंगे। अंतिम दिन 21 मार्च (मंगलवार) को सायं पांच बजे से ही स्वर गंगा कला मंच संस्था के कलाकार ब्रज लोक नृत्य की प्रस्तुति देंगे। अंत में प्रख्यात गायक कन्हैया मित्तल अपनी मधुर आवाज में भजनों की प्रस्तुति देकर ब्रजवासियों को मंत्र मुग्ध करेंगे।

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