सलारपुर के पीड़ितों को समुह की महिलाओं ने वितरित किया राहत सामग्री

सात मई को हुए अग्निकांड में मां-बेटी की जिंदा जलकर हुई थी मौत
क़ुतुब अंसारी / ज़ैद खान
मिहींपुरवा (बहराइच) मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र अंतर्गत भारत नेपाल सीमा पर स्थितकोतवाली मूर्तिहा के ग्राम सलारपुर मूर्तीहा   में सात मई को आग लग गई थी। अग्निकांड में मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई थी। लेकिन तहसील प्रशासन की तरफ से पीड़ित परिवारों को अभी तक अभी तक कोई सहायता नहीं मिल पायी है। इसकी जानकारी होने पर शनिवार को मिहींपुरवा क्षेत्र की सैकड़ों महिलाओं ने अनाज, कपड़ा, बर्तन व नकदी एकत्रित पीड़ितों के गांव पहुंचकर वितरित किया।
मिहींपुरवा विकास खंड अंतर्गत मुर्तिहा सलारपुर गांव में सात मई को वैवाहिक कार्यक्रम के दौरान आग लग गई थी। अग्निकांड में मां-बेटी की जिंदा जलकर मौत हो गई थी। लगभग २० मकान जले थे। अग्निकांड का तहसीलदार व लेखपाल ने मुआयना कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को भेजी थी।
लेकिन अभी तक किसी भी पीड़ित को तहसील प्रशासन की ओर से मदद नहीं की गई है। इसकी जानकारी होने पर ब्लाक एंकर पर्सन नंदकिशोर साह ने महिला समूहों से मदद के लिए कहा। नंदकिशोर साह ने बताया कि महिला संगठन गंगापुर की चंद्रमा, गगन और शिवम समूह सखी के सदस्यों ने अनाज, कपड़ा, बर्तन व नकदी एकत्रित की। शनिवार को सभी मुर्तिहा सलारपुर गांव पहुंचे। यहां पर ब्लाक मिशन प्रबंधक शिवकुमार ने नकदी दी। जबकि महिलाओं ने आपसी सहयोग से २६०० रुपये नकदी, सात बोरी गेहूं, दो बोरी चावल, नौ सेट साड़ के अलावा अन्य सामान दिए। महिलाओं ने सभी को सहयोग का भरोसा दिया। कौशल विकास मिशन के जिला कोआर्डिनेटर प्रमोद कुमार सिंह, पीआरपी चंदन कुमार, लाइवलीहुड शिव बचन कुमार ने भी सहयोग किया। साथ ही तहसील प्रशासन से मदद दिलवाने काभरोसा दिया। इस मौके पर सहारा महिला संकुल समिति की अध्यक्ष मंजू देवी, समूह सखी, मधु देवी, ललिता देवी, फूलकुमारी समेत अन्य महिलाएं मौजूद रहीं।
शादी को पड़े लाले मुर्तिहा सलारपुर निवासी रामनगीना का मकान भी सात मई को हुए अग्निकांड में जल गया था। जिससे घर में रखा सारा सामान आग की भेंट चढ़ गया। रामनगीना ने बताया कि बेटी की शादी २० जून को है। लेकिन सबकुछ जल गया। तहसील की ओर से भी कोई मदद नहीं की गई है। ऐसे में शादी कैसे करेंगे, इसके लिए सभी परेशान हैं।