केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने शनिवार को आरक्षण पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि गरीबी की कोई जाति नहीं होती है। उन्होंने कहा कि जाति के आधार पर नहीं बल्कि गरीबी के आधार पर आरक्षण देने की जरूरत है क्योंकि गरीब की जाति, भाषा और क्षेत्र नहीं होती है. साथ ही उन्होंने कहा कि अगर आरक्षण किसी समुदाय को मिल भी जाता है तो नौकरियां कहां हैं, बैंकों में आईटी की वजह से नौकरियां नहीं हैं।
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पत्रकारों से कहा कि निराशा और असुविधा के कारण आरक्षण की मांग हो रही है. इसलिए गांव के अंदर खेती में उपज बढ़ाना जरूरी है और प्रति व्यक्ति आय बढ़ाना जरूरी है. उन्होंने उम्मीद जताई कि मराठा आरक्षण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हल निकाल लेंगे।
सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने महाराष्ट्र के औरंगाबाद में पत्रकारों से कहा कि निराशा और असुविधा के कारण आरक्षण की मांग हो रही है। इसलिए गांव के अंदर खेती में उपज बढ़ाना जरूरी है और प्रति व्यक्ति आय बढ़ाना जरूरी है। उन्होंने उम्मीद जताई कि मराठा आरक्षण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस हल निकाल लेंगे
आरक्षण की मांग को लेकर राजनीतिक दलों के बीच कई दौर की बैठक हो चुकी है। पिछले दिनों मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि सरकार कानून की प्रक्रिया का पालन करने के बाद मराठा आरक्षण के बारे में ऐलान करेगी ताकि यह कानूनी जांच पर खरा उतरे और अन्य समुदायों के लिए मौजूदा आरक्षण कोटे को प्रभावित किए बिना हो सके।
विपक्षी दल लगा चुके हैं आरक्षण खत्म करने का आरोप
विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर आरक्षण खत्म करने का आरोप लगाती रही है। वहीं बीजेपी और खुद कई बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सार्वजनिक मंच से कह चुके हैं कि आरक्षण को उनके रहते कोई हाथ नहीं लगा सकता है। विपक्षी दलों का आरोप निराधार है।