फतेहपुर : भूमाफिया पर राजस्व प्रशासन मेहरबान, ठंडे बस्ते में है मामला

दैनिक भास्कर ब्यूरो

फतेहपुर । गाजीपुर कस्बे से एक बड़ा मामला सामने देखने को मिला है। बता दें कि तालाबी नम्बर में हेर फेर कर उसे भूमिधरी बनाने का मामला ठंडे बस्ते में चला गया है। राजस्व प्रशासन ने अभी तक मामले में प्रपत्रों की जांच कराना आवश्यक नहीं समझा। जबकि बताते हैं कि मामले की जांच हुई तो कागजो में खेल करने वाले कई जिम्मेदार भी नपेंगे। आपको बता दें कि दैनिक भास्कर अखबार में लगभग सप्ताह भर पूर्व “तालाबी नम्बर में हेर फेर कर चढ़वाया नाम, भूमाफियाओं ने कर दी।

प्लाटिंग” खबर प्रकाशित हुई थी। जिसको संज्ञान में लेकर जिलाधिकारी श्रुति ने एसडीएम सदर प्रभाकर त्रिपाठी को कार्रवाई के लिए निर्देशित दिया था। जिस पर मौके पर पहुंची राजस्व टीम ने कई दर्जन प्लाटों की बाउंड्री व अवैध निर्माण को बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया था और प्लाटिंग करने वाले कथित भूमाफिया मोनू सिंह के खिलाफ लेखपाल धर्मवीर सिंह की तहरीर पर गालीगलौज व धमकाने के मामले में एफआईआर भी दर्ज हुई थी। जिसके बाद से मामला पूरी तरह से ठंडे बस्ते में पड़ा है।

गाजीपुर कस्बे के तालाब की परिवर्तित गाटा संख्या 2777 की अभी तक जांच नहीं हो सकी है और न ही भूमाफियाओं पर पुलिसिया कार्रवाई हुई है। उक्त तालाब वर्तमान में मिलजुमला नम्बर के रूप में खतौनी में दर्ज है। जबकि 1359 फसली में उक्त तालाब की मूल गाटा संख्या 2158 में किसी का नाम दर्ज नहीं है। जो सम्पूर्ण तालाबी नम्बर है।

ऐसे में यह जांच होना बेहद आवश्यक है कि तालाबी नम्बर में मिलजुमला के रूप में खतौनी में किसी अन्य का नाम कैसे दर्ज हुआ। इस बाबत नायब तहसीलदार रजनीश श्रीवास्तव ने बताया कि तालाबी नम्बर में एक ब्यक्ति का मिलजुमला नाम दर्ज है वह जिस आदेश से दर्ज हुआ है वह आदेश ही नहीं मिल रहा है ऐसे में मामला संदिग्ध प्रतीत हो रहा है। जिसकी जांच चल रही है जल्द ही प्रपत्रों की जांच कर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।

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