
जिस शोरूम में नौकरी की आज मेहनत और लगन से उसी के मालिक बन गए हैं |
भास्कर समाचार सेवा
नई दिल्ली। इंसानी हौसले की कोई सीमा नहीं होती यह बात बार-बार अनेक लोगों ने साबित की है।
इसी कड़ी में एक ऐसी ही मिसाल पूर्वी दिल्ली के जगतपुरी में स्थित रॉयल होम्ज इंटीरियो के मालिक सुमित जैन ने साबित किया है। की उनकी कहानी ऐसे युवाओं के लिए भी प्रेरणादायक हैं, जो बेरोजगार होने नौकरी न मिलने के लिए परिस्थितियों का रोना- रोते रहते हैं। वर्ष 2017 में अपना काम शुरू करने के बाद वह मात्र 5 साल में ही अपने कारोबार को नई ऊंचाइयों तक ले गए। और आज मॉड्यूलर किचन, टाइल्स, के कारोबार में अपना एक विशेष स्थान अर्जित कर चुके हैं,
संघर्ष की कहानी
जिस शो रूम में इन्होंने नौकरी कि आज अपनी मेहनत और सच्ची लगन से उसी के मालिक बन गए हैं, सुमित जैन बताते हैं, कि उन्होंने किसी भी काम को छोटा या बड़ा नहीं समझा वह काम में लगन रखकर आगे बढ़ते गए, उन्होंने नौकरी के दौरान इस कारोबार की बारीकियों को जाना और समझा आज वह अपनी अक्लमंदी और मेहनत से अपने कारोबार को ऊंचाईयों तक पहुंचा चुके हैं |
भगवान भोलेनाथ में हैं बड़ी आस्था
सुमित जैन बताते हैं कि उनकी इस यात्रा में भगवान भोलेनाथ की उन पर बड़ी कृपा रही, आज वह अपनी तरक्की का श्रेय भगवान भोलेनाथ को देते हैं,
सुमित बताते हैं कि पहले उन्होंने एक कंपनी में डाटा एंट्री का काम किया जहां से उन्हें कुछ आमदनी होने लगी उसके बाद उन्होंने इंटीरियर डिजाइनर बनने का निर्णय किया वह कंपनी की ओर से अलग-अलग प्रदर्शनों में जाते और कारोबारियों से नई- नई तकनीक सीखते जिसके बाद उन्होंने इंटीरियर डिजाइनर बन कर नौकरी की और कुछ समय बाद उन्हें यह पता चला कि उनके मालिक यह यह शो रूम खाली कर रहे हैं फिर क्या था उन्होंने अपने मालिक के साथ बातचीत कर यह निर्णय किया कि अब वह शोरूम खुद संभालेंगे और भगवान की कृपा से आज वह सफल कारोबारियों में से एक है, वह बताते हैं कि तब से लेकर आज तक उन्होने पीछे मुड़कर नहीं देखा और अपने अतीत को एक अच्छा सबक समझ कर हमेशा याद रखा है आज वह निरंतर गति करते हुए बड़े -बड़े ब्रांड जैसे हिंडवेयर इटालियन टाइल्स के साथ जुड़ गए हैं,खुद हिंडवेयर इटालियन टाइल्स के सी.ई.ओ सुधांशु पोखरीयाल ने 12 जून 2023. को दिल्ली आकर शो रूम का उद्घाटन किया
कारोबार में जोखिमों का है बड़ा महत्व
सुमित जैन का कहना है कि अगर आप किसी भी कारोबार में जोखिम ले सकते हैं, अथवा जोखिम लेने का साहस रखते हैं इससे आपके लिए अतिरिक्त संभावनाएं पैदा होती हैं, उन्होंने भी अपनी लाइफ में कई प्रकार के अनेकों जोखिम उठाए हैं, और यही वजह है, कि इन जोखिमों ने ही उनके विकास और तरक्की की राह में बड़ी भूमिका निभाई। जब तक आप जोखिम नहीं लेंगे बड़ा नहीं सोचेंगे,तब तक आपके लिए अवसर एक सीमा तक ही दिखाई देंगे। उनका कहना है, कि हम अपने भाग्य के भरोसे अथवा कोई हमें नौकरी देगा इस भरोसे नहीं रह सकते
हमें दूसरों के भरोसे रहने की जगह अपनी काबिलियत से अपने लिए काम करने ही पड़ेंगे नौकरी मांगने की जगह नौकरी देने वाला व्यक्ति बनना चाहिए|