नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने हाल में ही 100 रुपए के नए नोट का प्रारूप जारी किया है। आरबीआई इस नोट को अगले कुछ महीनों में लॉन्च करने की तैयारी में है। लेकिन इन नोटों को एटीएम तक पहुंचने में लंबा समय लग सकता है। एटीएम ऑपरेटर्स ने नए 100 के नोट को लेकर एक बड़ी समस्या का पता लगाया है। जिसके समाधान में 100 करोड़ रुपए का खर्च होगा। नए 100 के नोट को एटीएम तक पहुंचाने के लिए इंडस्ट्री को देशभर में मौजूद 2.4 लाख एटीएम को रिकैलिब्रेट करना होगा।
एटीएम ऑपरेटर्स के लिए यह एक बड़ी समस्या है। क्योंकि हाल में ही 200 रुपए के नए नोटों के लिए सभी एटीएम को रिकैलिब्रेट किया गया है। एटीएम इंडस्ट्री के कुछ एक्सपर्ट्स की मानें तो इस समस्या को हल करने में लगभग जनवरी तक का वक्त लगेगा।
एफएसएस के अध्यक्ष और कैटमी के निदेशक वी बालासुब्रमण्यम का कहना है कि देश में मौजूद कुल 2,40,000 एटीएम मशीनों को रिकैलिब्रेट करना होगा। सबसे मुश्किल काम मैजूद दोनों नोटों के हिसाब से एटीएम को कैलिब्रेट करना है। उन्होंने कहा, ‘पुराने नोटों के मौजूद होते हुए नए नोट का आना, एटीएम चैनलों के लिए एक मुश्किल है। एटीएम को रिकैलिब्रेट किया जाए या नहीं ये साफ नहीं है।’
गौरतबल है कि आरबीआई ने 66×142 MM साइज का 100 रुपए का नया नोट जारी करने की बात कही है। ये नोट महात्मा गांधी सीरीज का नया नोट होगा। इस नोट पर आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल के हस्ताक्षर होंगे।
वहीं नोट में पीछे की ओर रानी की वाव की फोटो होगी। वहीं आरबीआई ने ये भी साफ किया है कि नए नोट आने के बाद भी 100 रुपए के पुराने नोट चलते रहेंगे। नया नोट हल्के बैंगनी कलर का होगा। नोट में पीछे की ओर प्रिंटिंग का साल, स्वच्छ भारत का लोगो, भाषा पैनल आदि होगा।