भास्कर समाचार सेवा
नई दिल्ली। सीए रुचिका भगत एक मजबूत शैक्षिक पृष्ठभूमि वाली प्रख्यात पेशेवर हैं और उन्होंने अपनी स्नातक की पढ़ाई वर्ष 1996 में दिल्ली विश्वविद्यालय से की। फाइनैंशियल क्षेत्र में उनकी यात्रा में तब बड़ा बदलाव आया जब वे इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (आईसीएआई) की सदस्य बनीं, जिससे उनके शानदार करियर का आगाज हुआ।
बिजनेस एडवायजरी, टैक्सेशन, रेग्युलेटरी कॉम्पलायंस और रिस्क एडवायजरी में गहन अनुभव रखने वाली रुचिका भगत ने एक प्रमुख परामर्शदाता के तौर पर अहम योगदान दिया है, खासकर विदेशी कंपनियों के लिए भारत में व्यवसायों की स्थापना की प्रक्रिया सुगम बनाने में उन्हें उनकी दक्षता एवं विशेषज्ञता के लिए जाना जाता है। उनकी जिम्मेदारियां व्यवसायों की शुरुआत से कहीं आगे तक फेली हुई हैं, जिसमें अनुपालन मामलों पर सावधानीपूर्वक ध्यान देना, भारतीय व्यापार परिदृश्य की जटिलताओं के बीच अपने अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों के लिए एक सुगम और वैध संचालन सुनिश्चित करना शामिल है।
ग्राहकों को संतुष्टि के साथ सेवा मुहैया कराने के लिए उनकी पेशेवर दक्षता एवं प्रतिबद्धता उनके संगठन के लिए प्रेरणा की किरणा के रूप में काम करती है। फर्म के स्तंभ के रूप में उनका व्यापक ज्ञान एवं कार्य नीति एक ऐसा आधार है जिस पर संगठन फलता-फूलता है।
अपनी पेशेवर उपलब्धियों के अलावा, भगत ने टीईडी कार्यक्रमों में भागीदारी कर और एबीवी न्यूज, आज तक, इंडियाटीवी जैसे चर्चित न्यूज चैनलों पर नियमित रूप से पेश होकर अपने विचारशील दृष्टिकोण को प्रदर्शित किया है। इससे न केवल उद्योग में उनकी खास पहचान का पता चलता है बल्कि वित्तीय मामलों पर सार्वजनिक चर्चा में महत्वपूर्ण अंतर्दृष्टि प्रदान करने की उनकी प्रतिबद्धता भी स्पष्ट होती है।
करीब 26 साल के अनुभव के साथ रुचिका भगत ने कई व्यवसायों की वृद्धि एवं मुनाफे में योगदान दिया है। व्यावसायिक विकास एवं स्थायित्व के लिए उनका जुनून सफलता के प्रति उनके सच्चे समर्पण में स्पष्ट दिखता है। यह समर्पण वैश्विक स्तर पर बढ़ा है, क्योंकि उन्होंने विभिन्न देशों की कंपनियों के साथ सफलतापूर्वक साझेदारियां कीं, जिनमें ब्रिटेन, अमेरिका, इटली, चीन, कोरिया, जापान, इजरायल मुख्य रूप से शामिल हैं।
कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि सीए रुचिका भगत सिर्फ एक चार्टर्ड अकाउंटेंट नहीं हैं, वे एक अनुभवी और प्रभावशाली पेशेवर भी हैं, जिन्होंने अपने महत्वपूर्ण मार्गदर्शन, अनुपालन के प्रति प्रतिबद्धता और घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय, दोनों व्यवसायों के विकास के प्रति मजबूत लगाव के माध्यम से वित्तीय परिदृश्य में व्यापक सकारात्मक बदलाव को बढ़ावा दिया है।