नई दिल्ली: भारत और रूस के रक्षा संबंधों को शुक्रवार को नया आयाम मिला। पांच S 400 ट्राइंम्फ मिसाइल सिस्टम पर भारत ने हस्ताक्षर कर दिया है। जानकारों का कहना है कि ये सिर्फ दस्तावेजों पर हस्ताक्षर नहीं हैं बल्कि रक्षा क्षेत्र में भारत और मजबूत हो जाएगा। यही नहीं इस डील से साफ है कि दुनिया के किसी भी ताकतवर मुल्क के दबाव में भारत नहीं आएगा। दिल्ली के हैदराबाद हाउस में भारत और रूस के बीच शीर्ष स्तर पर बैठक हो रही है। यह बैठक न केवल आपसी रिश्तों को और पुख्ता करेगी बल्कि अमेरिका को भी ये संदेश होगा कि अब भारत दुनिया के विकसित मुल्कों के साथ बराबरी का व्यवहार करेगा।
देशों के बीच लंबी रणनीतिक साझेदारी के प्रतीक के भारत सरकार रूस को भारत में निर्मित मिग-21 गिफ्ट देगा। अमेरिका और इंग्लैंड ने जब भारत को सुपरसोनिक जेट विमानों को बेचने से इनकार कर दिया था तब रूसी मिग पहली बार 1960 के दशक में भारत की वायुसेना में शामिल किया गया था। तब से भारत के एचएएल ने इस विकसित किया।
व्लादिमीर पुतिन-नरेंद्र मोदी बैठक LIVE Updates :
-भारत और रूस के बीच हैदराबाद हाउस में शिष्टमंडल स्तर की बातचीत चल रही है। वायु रक्षा प्रणाली एस 400 पर दोनों देशों ने हस्ताक्षर कर दिए हैं जिसकी आधिकारिक घोषणा थोड़ी देर में होगी। रूस के साथ शिष्टमंडल स्तर की बातचीत में पीएम मोदी के साथ विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण भी मौजूद हैं।
Delhi: Earlier visuals of delegation level talks between Russia and India at Hyderabad House #PutininIndia pic.twitter.com/bvRm0Xw4ip
— ANI (@ANI) October 5, 2018
-भारत और रूस के रक्षा संबंधों को शुक्रवार को नया आयाम मिला। सूत्रों के मुताबिक वायु रक्षा प्रणाली एस 400 डील पर राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मोदी ने हस्ताक्षर कर दिए हैं। भारत रूस से पांच एस-400 खरीदेगा। इस करार की आधिकारिक घोषणा दोपहर डेढ़ बजे की जाएगी।
Deal for five Russian S-400 Triumf missile shield systems has been signed by India. Official announcement at 1.30 pm: Sources pic.twitter.com/zRCRv8yAeC
— ANI (@ANI) October 5, 2018
-इसके अलावा दोनों देशों के बीच अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग से जुड़े करार पर भी हस्ताक्षर हुए हैं। सूत्रों का कहना है कि रूस के शहर नोवोसिबिर्स्क के पास एक भारतीय निगरानी केंद्र की स्थापना की जाएगी।
-हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच आधिकारिक द्विपक्षीय वार्ता शुरू हो गई है। समझा जाता है कि दोनों नेताओं के बीच रक्षा, अंतरिक्ष,ऊर्जा और व्यापार के क्षेत्र में आपसी सहयोग बढ़ाने के लिए कई अहम फैसले हो सकते हैं। इसके बाद दोनों देशों के बीच शिष्टमंडल स्तर की बातचीत होगी।
-रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि भारत यदि ईरान के साथ तेल खरीदना जारी रखने का फैसला करता है और रूस के साथ वायु रक्षा प्रणाली एस 400 खरीदता है तो यह अमेरिका को चिढ़ाने वाला कदम होगा लेकिन वह भारत पर प्रतिबंध लगाने जैसा कठोर कदम उठाएगा, इसकी संभावना बहुत कम है। रक्षा विशेषज्ञ मानते हैं कि अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों को देखते हुए स्थितियां भारत के पक्ष में है। भारत मौके का लाभ उठाने की स्थिति में है। यह हमारे शीर्ष नेताओं एवं कूटनीति पर निर्भर करता है कि अवसर का कितना लाभ उठा पाते हैं।
-भारत और रूस के संबंधों को नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए दोनों नेता हैदराबाद हाउस पहुंच गए हैं। यहां पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन दोनों ने एकदूसरे से गर्मजोश से हाथ मिलाया और गले मिले। दोनों नेताओं के बीच शीर्ष स्तरीय बैठक शुरू हो गई है।
Delhi: Russian President Vladimir Putin meets PM Narendra Modi at Hyderabad House #PutininIndia pic.twitter.com/8wF64L4Cve
— ANI (@ANI) October 5, 2018
-पुतिन का आज का एजेंडी कुछ इस प्रकार है। वह सुबह 11 बजे हैदराबाद हाउस में प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक करेंगे। साढ़े ग्यारह बजे शिष्टमंडल स्तर की वार्ता होगी। डेढ़ बजे हैदराबाद हाउस में समझौतों पर हस्ताक्षर होंगे। इसके बाद पुतिन ढाई बजे आईटीसी मौर्या होटल में प्रतिभावान बच्चों के साथ मुलाकात करेंगे। इसी होटल में भारत और रूस के कारोबारियों के बीच बैठक होगी। शाम साढ़े चार बजे पुतिन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलेंगे। शाम पांच बजकर 40 मिनट पर पुतिन स्वदेश रवाना हो जाएंगे।
-रूस के साथ भारत के प्रगाढ़ संबंध रहे हैं। व्लादिमीर पुतिन का भारत के शीर्ष नेतृत्व के साथ यह 19वीं बैठक है जो काफी महत्वपूर्ण है। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि रूस अमेरिका से ज्यादा भरोसेमंद है। वह मुश्किल समय में भारत का साथ देता आया है।
#WATCH Russian President Vladimir Putin meets PM Narendra Modi at Hyderabad House in Delhi. #PutininIndia pic.twitter.com/rSzDQSwVxr
— ANI (@ANI) October 5, 2018
-पीएम मोदी और पुतिन इस साल मई में सोच्चि में मिल चुके हैं। दोनों नेताओं के बीच यह एक अनौपचारिक बैठक थी। इस बैठक के दौरान रक्षा सहयोग के अलावा कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर दोनों नेताओं के बीच वार्ता हुई थी। दोनों नेताओं क्षेत्रीय सहयोग के कई मंचों पर एक साथ काम करने का संकल्प जताया था।
-पुतिन के भारत पहुंचने पर प्रधानमंत्री ने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया और उनके सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया। शुक्रवार को दोनों नेताओं के बीच अहम बैठक होगी। पुतिन भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगे।
#WATCH: Russian President #VladimirPutin meets Prime Minister Narendra Modi in Delhi. He is on a two-day visit to India. pic.twitter.com/HlvfOGsEcQ
— ANI (@ANI) October 4, 2018
रूस से भारत ये चीजें खरीद सकता है। एस- 400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम्स, एक और नवीनीकृत पनडुब्बी, राइफलें और हेलीकॉप्टर। पहले दो को खरीदने का डील होगा और बाकी का भारत में ही निर्मित किए जाने के सौदे पर हस्ताक्षर होंगे। 2021 के लिए भारत के पहले मानव निर्मित अंतरिक्ष मिशन के लिए अंतरिक्ष यात्रियों का प्रशिक्षण रूस में भी होने की संभावना है।