कपड़े धोने एक ऐसा काम हैं जिसे करने में हर किसी को आलस आता हैं. यदि हमारा बस चले तो हम रोज नए नए कपड़े पहने और इस्तेमाल के बाद उन्हें फेंक दे. लेकिन हर किसी के पास इतना पैसा नहीं होता हैं. ऐसे में एक ही कपड़ो को बार बार पहनना और धोना हमारी मजबूरी बन जाता हैं. यदि हम घर की महिलाओं की बात करे तो वो फिर भी एक बार जैसे तैसे कपड़े धो लेती हैं. लेकिन आज कल की युवा पड़ी, नए जमाने की बहुएं, और होस्टल में रहने वाले गर्ल्स एंड बॉयज कपड़े धोने में बड़ी आलसी करते हैं.
अब जरा सोचो कितना अच्छा होता ना अगर हमारे कपड़े कभी गंदे ही नहीं होते. फिर हमें इन्हें धोने की मेहनत बिलकुल नहीं करनी पड़ती. लगता हैं भगवान ने आप की सुन ली हैं. हाल ही में एक नई तकनीक का विकास हुआ हैं जिसके प्रयोग से ऐसे कपड़े बनाए जा सकते हैं जो कभी गंदे ही नहीं होते हैं.
जी हाँ! आपने सही सुना. ये कपड़े कभी गंदे नहीं होते हैं. आप बारिश में जाओ, कीचड़ में मस्ती करो, या खाने पिने की चीजे इस पर गिरा लो ये कपड़े जरा भी गंदे नहीं होंगे. इन कपड़ो की ख़ास बात यह हैं कि ये बारिश या पानी से गिले भी नहीं होंगे. अर्थात ये पूरी तरह से डस्ट और वाटर प्रूफ मटेरियल से तैयार किए जाते हैं.
इन ख़ास तरह के कपड़ो को तैयार करने की खोज का श्रेय हांगकांग यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर वांग लिकियू और उनकी शौधकर्ता टीम को जाता हैं. इन लोगो ने माइक्रोफ्लूडिक-ड्रॉपलेट पर आधारित तकनीक का इस्तेमाल कर एक ऐसा मटेरियल तैयार किया हैं जिस पर तेल, कीचड़, धुल,पानी सहित किसी भी गन्दगी का असर नहीं होगा.
इस तकनीक से बने कपड़ो के साथ समस्यां बस यही हैं कि ये गंदे तो नहीं होंगे लेकिन हो सकता हैं कुछ महीनो बाद इनमे से बदबू आने लगे या कीटाणु इसमें घर बना ले ऐसे में आपको कुछ एक महीने में इन्हें धोना ही होगा. लेकिन ये वैज्ञानिक लोग इस समस्यां का हल निकालने में भी लगे हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक ये एक और अलग तरह के मटेरियल पर काम कर रहे हैं. इस मटेरियल से बने कपड़ो पर धुल मिट्टी के अलावा कोई कीटाणु या बैक्टीरिया भी नहीं चिपकेगा. इस प्रकार आपको इन कपड़ो को कई महीनो तक धोने की आवश्यकता नहीं होगी.
इस तरह के ख़ास कपड़ो को भारतीय बाजार में आने में कुछ सालो का समय लग सकता हैं जब तक आप जैसे तैसे अपने कपड़े धोते रहिए.