नबी अहमद
रूपईडीहा/बहराइच। वैश्विक कोविड 19 महामारी के चलते भारत नेपाल के बीच अवागमन ठप हो गया था। हजारों की संख्या मे भारतीय नेपाल मे व नेपाली नागरिक भारत मे फंस रहे थे। दोनों देशों ने इन फंसे हुए लोगों को क्वारेंटाइन कर बुधवार की रात अदला बदली की। इसके पूर्व 14 मई को हजारों नेपाली व भारतीय अपने अपने देशों मे भेजे गये थे। बुधवार की शाम 06 बजे से यही क्रम फिर शुरू हुआ।
भारतीय क्षेत्र से नेपालियों को उनके देश पहुंचाने के लिए व नेपाल मे फंसे भारतीयों को भारत लाने के लिए 50 बसे, 01 डीसीएम व 02 टाटासूमो लगायी गयी थी। ये क्रम शाम 07 बजे से शुरू होकर रात 02 बजे तक चलता रहा। नेपाली नागरिक बहराइच जिले के विभिन्न स्थानों पर विद्यालय मे क्वारेंटाइन किए गए थे। दोनों ओर फंसे नागरिकों की बढ़ती संख्या के कारण प्रशासन ने यह कदम उठाया। नेपाल से 02 हजार 08 सौ 11 भारतीय नागरिक वापस आये।
इसी प्रकार भारतीय क्षेत्र से 02 हजार 07 सौ 38 नेपाली नागरिकों को नेपाल भेजा गया। बार्डर पर शम्भू कुमार जिलाधिकारी बहराइच, विपिन कुमार मिश्र एसपी बहराइच, जयचन्द एडीएम बहराइच, एसएसबी 42वीं वाहिनी के कमांडेंट प्रवीण कुमार, उपकमांडेंट शैलेष कुमार, सहायक कमांडेंट सुकुमार देव वर्मन, उपजिलाधिकारी नानपारा राम आसरे वर्मा, पुलिस क्षेत्राधिकारी नानपारा अरूणचन्द, नायब तहसीलदार नानपारा मनीष वर्मा व रूपईडीहा प्रभारी निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह इस व्यवस्था मे लगे रहे। पड़ोसी नेपाली जमुनहां थाने के इंचार्ज माधव रिजाल भी अपने सहयोगियों के साथ अपनी जिम्मेदारी निभाते देखे गये।