शाहजहाँपुर । आजकल युवाओं और बच्चों मे फास्ट फूड के प्रति तेजी से लगाव बढ रहा है। वैसे तो फास्ट फूड बच्चों से लेकर बड़ों की पहली पसंद बना हुआ है और बड़े चाव के साथ इसे खाते भी है लेकिन सड़क के किनारे ठेले और खोमचों पर खुलेआम बिकने वाले फास्ट फूड के साथ तमाम बीमारियां भी बिक रही हैं। इसे बेचने वाले दुकानदारों को भी इसके मानकों की जानकारी नही है और न ही कोई जिम्मेदार अधिकारी इन पर निगरानी रखता है।
फास्ट फूड से शरीर मे होने वाले दुष्प्रभाव से अनभिज्ञ लोग धडल्ले से इसका सेवन कर रहे हैं। नगर पंचायत बंडा में सभी मार्गों पर दर्जनों ठेले लगे रहते हैं । जिनमें मोमो, चाऊमीन,बर्गर आदि खाद्य पदार्थों को बिना ढके खुलेआम रख दिया जाता है। जिससे धूल और मिट्टी आकर उनमें जमा हो जाती है। इसके साथ ही फास्ट फूड मे अजीनोमोटो जमकर मिलाया जाता है।
जो स्वास्थ्य के लिए अत्यंत घातक है।जिसको धीमा जहर माना जाता है।जिसको खाने से लोगों में एसीडिटी,कब्ज की समस्या तेजी के साथ बढ़ रही है। इसका सबसे ज्यादा असर युवाओं को हो रहा है । बीमारी के साथ साथ उनका वजन भी बढ़ रहा है। फास्ट फूड लीवर और ह्रदय के लिए अत्यंत घातक साबित होता है। चिकित्सक भी फास्ट फूड से दूरी बनाने की सलाह देते हैं। फास्ट फूड में प्रयोग में लाया जाने वाला तेल भी अशुद्ध होता है। जो मार्केट में 120 से लेकर 140 तक आसानी से मिल जाता है तो वहीं शुद्ध तेल की कीमत इससे ज्यादा है ।गुणवत्ताविहिन तेल के प्रयोग से भी कई बीमारियां जन्म लेती है लेकिन बाबजूद इसके नगर पंचायत बंडा में बेधड़क होकर फास्ट फूड के नाम पर जहर बेचा जा रहा है।
फूड महकमा सिर्फ खानापूर्ति के लिए त्योहारों पर ही अपनी जिम्मेदारी निभाने की कोशिश में लगा रहता है लेकिन फास्ट फूड के नाम पर जहर बेचने वालों पर कार्रवाई करने से बच रहा है । सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बंडा के अधीक्षक डॉ बीके वर्मा बताते हैं कि फास्ट फूड मे प्रयोग किए जाने वाला अजीनोमोटो नाम का केमिकल स्वास्थ्य के लिए बहुत खतरनाक होता है। ह्रदय एवं लीवर संबंधित सभी बीमारियों मे अजीनोमोटो का अहम योगदान है । इसलिए इस पर लगाम लगानी चाहिए। वहीं बंडा क्षेत्र के फूड इंस्पेक्टर अनिल सिंह ने बताया कि औचक निरिक्षण कर कार्रवाई की जा रही है और खाद्य सामग्री के लिए लोगो को जागरूक भी कर रहे है।