
शाहजहांपुर। बुधवार को किसान दिवस मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार, में आयोजित किया गया। किसान दिवस में जिला कृषि अधिकारी ने अवगत कराया कि जो किसान पहले साठा धान कर रहे थे, वे अब संकर मक्का करने लगे हैं। संकर मक्का 100 दिनों की फसल होती है। किसान भाई गन्ना काटने के बाद अपने खेत में संकर मक्का की खेती कर सकते हैं। इसके कटने के बाद धान की फसल लेकर अतिरिक्त लाभ पा सकते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि जनपद में उर्दू, मूंग के बीज राजकीय कृषि बीज भण्डारों पर उपलब्ध हैं।
मुख्य विकास अधिकारी ने निर्देशित किया कि जनपद के समस्त राजकीय कृषि बीज भण्डारों के साथ साथ समस्त खण्ड विकास अधिकारी कार्यालयों में भी सूची लगवाई जाये। जिसमें बीज भण्डार पर बीजों की उपलब्ध मात्रा, दर तथा भण्डार प्रभारी का नाम व मोबाइल नम्बर अनिवार्य रूप से अंकित किया जाये। किसान दिवस में उपस्थित कृषकों द्वारा मांग की गयी कि धान-गेहूं की तरह मक्का की भी सरकारी खरीद की जाये।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा जिला खाद्य एवं विपणन अधिकारी को निर्देशित किया कि यथा सम्भव जनपद के किसानों की मक्का की भी सरकारी खरीद की जाये। श्रीराम ने गेहूं खरीद के संदर्भ में चर्चा की मांग की गयी कि बिचौलियों को गेहूं खरीद से दूर रखा जाये तथा किसानों से निर्धारित रेट पर खरीद की जाये, उन्होंने यह भी बताया कि विद्युत विभाग द्वारा पहले तो किसानों के विद्युत बिलों में गड़बड़ी की जाती है फिर कर्मचारियों द्वारा बिल संशोधन के नाम पर मनमानी की जाती है।
इस दौरान किसानों द्वारा मांग की गयी कि विद्युत बिलों में गड़बड़ी की समस्या समाप्त की जाये। प्रेमशंकर बाजपेई द्वारा शिकायत की गयी कि जनपद के कीटनाशी दवा विक्रेता कीटनाशक खरीद का पक्का बिल नहीं देते हैं। जिससे किसान बन्धु कीटनाशक दवा के खराब होने की शिकायत नहीं कर पाते, साथ ही जनपद में कीटनाशक के रेट में एकरूपता नहीं रहती है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि जनपद के सभी कृषि रक्षा इकाइयों में उपलब्ध कीटनाशक विभाग द्वारा निर्धारित रेट पर मिलते, परन्तु निजी विक्रेता भिन्न-भिन्न ब्राण्ड के कीटनाशक की बिक्री करते हैं, जिनके रेट कम्पनियों द्वारा अलग-अलग हो सकते हैं। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि कीटनाशी दवाओं के रेट सार्वजनिक किये जायें तथा रेट के सम्बन्ध में टोल-फ्री नम्बर भी जारी करें।
स्वयं भी नियमित रूप से क्षेत्र भ्रमण कर प्रत्येक माह कृत कार्यवाही से अवगत करायें। कृषकों द्वारा मांग की गयी कि निराश्रित गायों की अपेक्षा सांड को पकड़वाकर गौशाला या नन्दीशालाओं में रखवाया जाये। मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि इस कार्य में प्रशासन के साथ-साथ ग्रामवासियों की भी सहभागिता आवश्यक है। उन्होंने जनपद के समस्त कृषक बन्धुओं से अपील की कि निराश्रित गौवंश को पकड़कर गौशालाओं में भिजवाने में प्रशासन को पूर्ण सहयोग प्रदान करें। अंत में उप कृषि निदेशक द्वारा उपस्थित अधिकारियों व कृषक बन्धुओं को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
किसान दिवस में कृषि एवं सम्बद्ध विभागों जैसे कृषि, सहकारिता, उद्यान, गन्ना, पशुपालन, मत्स्य पालन, सिंचाई, नलकूप, विद्युत, मनरेगा, खाद्य विपणन, नेडा आदि विभागों के समस्त जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ-साथ लीड बैंक मैनेजर तथा इन्श्योरेंस कम्पनी के प्रतिनिधि तथा जनपद के कृषकगण उपस्थित रहे।