
- शाहजहांपुर में गंगा एक्सप्रेसवे पर वायुसेना के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग
- देर शाम होगा नाइट शो,एक्सप्रेस वे पर रात्रि में टेकऑफ करेंगे लड़ाकू विमान
शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर में निर्माणाधीन मेरठ-प्रयागराज गंगा एक्सप्रेसवे पर जलालाबाद क्षेत्र में बनी हवाई पट्टी पर शुक्रवार को वायुसेना द्वारा लड़ाकू विमानों का ऐतिहासिक का आयोजन किया गया। जो देश में नई मिसाल कायम करने जा रहा है। जलालाबाद के पीरू गांव में गंगा एक्सप्रेसवे पर बनी साढ़े तीन किलोमीटर की हवाई पट्टी पर दोपहर 12: 00 बजे से भारतीय वायुसेना ने अपने लड़ाकू विमानों को लैंडिंग के साथ उनके कौशल का प्रदर्शन किया। इस ट्रायल के दौरान वायुसेना के प्रमुख विमान-मिराज, राफेल, सुखोई 30, जगुआर आदि विमानों को सफलतापूर्वक उतारकर पुनः उड़ान दी।
“जनपद के साथ प्रदेश में पहला मौका”
यह मौका जनपद के साथ पूरे प्रदेश में पहली बार आया है जब किसी एक्सप्रेसवे पर इतनी लंबी और सुरक्षित हवाई पट्टी का निर्माण किया गया है। वहीं नाइट लैंडिंग की बात की जाए तो यह देश में पहला मौका होगा जब आज रात्रि में इसी हवाई पट्टी पर वायुसेना के लड़ाकू विमान टेकऑफ करेंगे। इसके लिए शाम को चार घंटे तक जलालाबाद कटरा नेशनल हाईवे 730C पर पूरी तरह यातायात प्रतिबंधित किया गया है।
वायुसेना के इस अभूतपूर्व प्रयास से न केवल तकनीकी क्षमताओं का प्रदर्शन हुआ है। बल्कि इस पर नाइट लैंडिंग की सफलता दुश्मन देशों के लिए एक कड़ा संदेश देने जा रही है। इस आयोजन का उद्देश्य इस एक्सप्रेसवे को वायुसेना के संचालन के लिए उपयुक्त बनाना और उसकी कार्यक्षमता का परीक्षण करना था। जिसमें वायुसेना भविष्य के लिए इस रनवे को पाकिस्तान चीन जैसे देशों से निपटने के लिए कभी भी इस्तेमाल कर सकती है ।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरु किए गए इस प्रोजेक्ट की महत्ता को समझते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस ट्रायल लैंडिंग से पूर्व रविवार को कार्यक्रम स्थल का जायजा लेने पहुंचे थे । उन्होंने इस आयोजन को एक नए युग का शुरुआत माना और कहा कि यह न केवल यूपी बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह एक्सप्रेसवे अब न केवल सड़क परिवहन का माध्यम बनेगा, बल्कि वायुसेना की त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता को भी बढ़ावा देगा।
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, केंद्रीय राज्य मंत्री जितिन प्रसाद , राज्य मंत्री जेपीएस राठौर और मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव रहे। इस दौरान जनपद के सांसद विधायक और अन्य जनप्रतिनिधियों सहित डीएम धर्मेन्द्र प्रताप सिंह और एसपी राजेश द्विवेदी सहित जनपद का प्रशासनिक अमला मौजूद था।
इस आयोजन में करीब 500 विद्यार्थियों और जिले के प्रमुख लोगों को आमंत्रित किया गया था, ताकि वे इस ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बन सकें। यह आयोजन तकनीकी दक्षता, सुरक्षा और नवीनतम सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शनी था, जो देश की सैन्य और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षमताओं का प्रदर्शन करता है।
शाम सात से रात 10 बजे तक भी इस ट्रायल लैंडिंग का अभ्यास किया जाएगा, ताकि परीक्षण की विश्वसनीयता और सफलता सुनिश्चित की जा सके। इस तरह का पहला प्रयास है, जिसमें किसी एक्सप्रेसवे पर दिन के अलावा नाइट लैंडिंग की सुविधा का प्रदर्शन किया जा रहा है। इस तकनीकी उपलब्धि का उद्देश्य भविष्य में आपदा प्रबंधन, आपातकालीन स्थितियों में त्वरित सैन्य प्रतिक्रिया और नागरिक सुरक्षा के लिए नई संभावनाओं के द्वार खोलना है।
यह आयोजन न केवल भारत की वायुसेना की क्षमताओं का प्रतीक है, बल्कि देश के इंफ्रास्ट्रक्चर और सैन्य रणनीति में भी एक नई क्रांति का संकेत है। इस सफल ट्रायल ने यह साबित कर दिया है कि भारत अपने सैन्य और तकनीकी क्षमताओं को निरंतर बढ़ावा दे रहा है और भविष्य में इस तरह के प्रयास और अधिक उन्नत और सुरक्षित बनेंगे।