शाहजहांपुर/ जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा के साथ कलेक्ट्रेट स्थित सभागार में निजी स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत महिला कार्मिकों की सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में अस्पताल एवं नर्सिंग होम स्वामियों के साथ बैठक आयोजित की।
जिलाधिकारी उमेश प्रताप सिंह ने कहा कि कोलकाता की घटना को देखते हुए शासन का सख्त निर्देश है कि अस्पतालों एवं नर्सिंग होमों में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम होने चाहिए। उन्होंने अस्पताल एवं नर्सिंग होम स्वामियों को निर्देश दिए कि अपने- अपने अस्पतालों के कार्मिकों का पुलिस सत्यापन अवश्य कर लें। सभी सीसीटीवी संचालित अवश्य रहे आवश्यकता हो तो और बढ़ाए जाएं। महिला डॉक्टर एवं कार्मिकों की विशेष सुरक्षा व्यवस्था रखें। आने जाने वाले रास्तों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाए।
उन्होंने निर्देश दिए कि प्रत्येक अस्पताल एवं नर्सिंग होम के स्वामी अपने संस्थान में उत्पीडित महिला कर्मियों के विभिन्न अधिकारो व सुरक्षा के साथ- साथ शिकायतों के समाधान के लिए आंतरिक शिकायत समिति का गठन करेंगे, समिति के सदस्यों का नाम व मोबाइल नंबर अस्पताल परिसर में डिस्प्ले होना चाहिए।
उन्होने बताया कि आपात स्थिति में सम्पर्क करने के लिए नामित जनपदीय नोडल अधिकारी (महिला सुरक्षा-स्वास्थ्य) डा0 पीपी श्रीवास्तव अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी का नाम व मोबाइल नं० 8172993184 सभी अस्पताल एवं नर्सिंग होम के परिसर में डिस्प्ले होना चाहिए।
रात्रि ड्यूटी हेतु महिला कार्मिकों का समय निर्धारित किया जाये। समस्त महिला कार्मिकों को जागरूक करने हेतु गोष्ठी/कार्यशाला का आयोजन किया जाए। समस्त अस्पताल एवं नर्सिंग होम के स्वामी कार्यस्थल परिसर की निगरानी व सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवायें। संस्थान में कार्यरत समस्त कार्मिकों के पहचान-पत्र एकत्र किये जायें।
महिलाओं के कार्यस्थल के पास प्रसाधन कक्ष व अल्प विश्राम हेतु कक्ष की व्यवस्था होनी चाहिए। आपात स्थिति में महिलाओं के लिए उपलब्ध हेल्पलाइन नम्बरों जैसे कि यूपी-112, वूमेन पावन लाइन-1090, महिला हेल्प लाइन 181, सेफ सिटी एप, सीएम० हेल्पलाइन तथा अन्य सहायता सेवाओं के बारे में परिसर में बॉल पेन्टिंग की जाये।