नियतन के हिसाब से जिले में पुरुष व महिला होमगार्डो की कमी

गोरखपुर।  पुलिस जैसी वर्दी होने के बावजूद भी कभी पुलिसिया रोब न गांठ पाने वाले होमगार्ड जवानों की दशा में पहले से काफी सुधार हो गया है। एक ओर जहां ड्यूटी भत्ते में बढ़ोतरी हुई तो वहीं दूसरी ओर ड्यूटी के अवसर पहले से कहीं अधिक मिल रहें। 

 
बता दें, कि जिले में पुरुष होमगार्डों की संख्या 2210 और महिला होमगार्डों की संख्या 76 है।जब कि इनमें से पुरुष होमगार्डो के करीब 5 सौ 90 पद रिक्त चल रहे हैं। जब कि महिला होमगार्डों के 24 पद रिक्त चल रहे हैं। वर्ष 2007 तक होमगार्ड जवानों को 100 रुपये प्रति डियूटी के हिसाब से दिया जाता था लेकिन उसके बाद से 3 बार 26 रुपये,14 रुपये और 20 रुपये की बढ़ोतरी की जा चुकी है और मौजूदा समय में होमगार्डों को 721 रुपये के हिसाब से भुगतान किया जा रहा है।

रोस्टर के हिसाब से लगती है डियूटी 
जिला कमांडेंट शैलेश मिश्रा ने बताया कि हर माह रोस्टर के आधार पर डियूटी में फेरबदल किया जाता है और इस हिसाब से सभी होमगार्डों को लगभग समान रूप से डियूटी के अवसर मिल जाते हैं।

मगर सताता है बेगारी का दर्द 
जिले में तैनात कुछ होमगार्डों की माने तो उन्हें थाने में बेगारी करनी पड़ती है। थानेदारों के अलावा उप निरीक्षक और सिपाही भी उनसे बंधुआ मजदूर जैसा व्यवहार करते हैं । इस बाबत जिला कमांडेंट से बात की गई तो उनका कहना है कि नियमत: होमगार्ड की ड्यूटी 8 घंटे की ही है।

तीन साल में मिलती है वर्दी 
होमगार्ड के जवानों को हर 3 वर्षों पर वर्दी उपलब्ध कराई जाती है। इसके अलावा सर्दियों के मौसम में ठंड से बचाव के लिए ग्रेनकोर्ट होमगार्डों की मांग पर उपलब्ध करा दिए जाते हैं।

मिलने लगी बीमा की सुविधा 
होमगार्ड के जवानों की ड्यूटी के दौरान मौत हो जाने पर कल्याण कोष से 5 लाख रुपये दिए जाने का प्रावधान कर दिया गया है। होमगार्ड का बेटा या बेटी हाई स्कूल या इंटर की परीक्षा में प्रथम श्रेणी में पास हो जाते है तो अगले एक वर्ष की पढ़ाई लिखाई का खर्च विभाग उठाता है। वही दूसरी ओर विभागीय सूत्र बताते हैं कि अगर होमगार्ड की सामान्य मौत होती है तो उनके आश्रित को केवल नौकरी मिलेगी अगर होमगार्ड की मौत एक्सीडेंट के दौरान होता है तो कल्याण कोष से 5 लाख रुपये की बीमा धनराशि मिलेगी।

होमगार्ड जवानों की है कमी
जिले में पुरुष होमगार्डो की संख्या 2210 है और महिला होमगार्डो की संख्या 76 है। जब कि पुरुष होमगार्डो की संख्या 2700 होनी चाहिए। इस प्रकार पुरुष होमगार्डो की अभी भी 590  की संख्या कम है। इसी प्रकार महिला होमगार्डो की संख्या में नियतन के हिसाब से 24 की संख्या कम है। 

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